Case Of Appointment In PCC -कांग्रेस प्रभारी सेलजा फिर पहुंची, 56 घंटे बाद भी महामंत्री नियुक्ति पर पशोपेश
Case Of Appointment In PCC -कांग्रेस प्रभारी सेलजा फिर पहुंची, 56 घंटे बाद भी महामंत्री नियुक्ति पर पशोपेश

विशेष संवादाता

रायपुर। प्रदेश कांग्रेस कमेटी में महामंत्री की नियुक्ति आदेश को लेकर अब भी संगठन पशोपेश में है। कार्यविभाजन को लेकर किये गए फैसले और पीसीसी चीफ मोहन मरकाम को प्रदेश कांग्रेस प्रभारी के आदेश पत्र के बाद कोई सुलह नहीं होती दिखी है। यह कहना गलत नहीं होगा कि 56 घंटे बाद भी PCC में कार्यविभाजन का मामला नहीं सुलझा है।

कांग्रेस प्रभारी के आदेश पत्र के बाद PCC चीफ मरकाम का आज भी कुमारी सेलजा से आमना-सामना नहीं हुआ। आज प्रभारी कुमारी सेलजा फिर रायपुर पहुंची हैं। विधानसभा चुनाव सर पर है और एकजुट होकर तैयारियां करना है। ऐसे में सत्ता, संगठन और मंत्री विधायक ही एकजुट नहीं दिख रहे हैं।

कल शनिवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं की ट्रेनिंग में अनूठा नज़ारा देखने को मिला। ट्रेनिंग के दौरान लास्ट लाइन में बैठकर जहां पीसीसी चीफ मरकाम ने वक्ताओं को सुना तो वही CM भूपेश इस ट्रेनिंग से वर्चुअली जुड़े। हालाकि बड़े नेताओं में दूरी दिखने लगी है। इसी का नतीजा है कि प्रदेश के नंबर दो मंत्री कहे जाने वाले टीएस सिंहदेव विधानसभा चुनाव के मुहाने में आने के बाद तक सिर्फ आपसी नेताओं से रिश्ते को लेकर सफाई देते दिख रहे हैं।

हेल्थ मिनिस्टर टीएस सिंहदेव ने अपने जगदलपुर दौरे के दौरान कहा है कि, मैं अनुशासित व्यक्ति हूं। पार्टी से खफा नहीं हूं। जो भी काम करता हूं अनुशासन के साथ करता हूं। संगठन मुझे मंत्री से लेकर संतरी तक जो काम देगा वो मैं करूंगा। CM के साथ मेरी कोई नाराजगी नहीं है। वो हमारी टीम के कप्तान हैं। मुझे जैसा कहेंगे मैं वैसा करूंगा। यदि विपक्ष या फिर लोग ऐसा सोच रहे होंगे कांग्रेस पार्टी बिखर चुकी है तो ये गलत है। हम आज भी एकजुट हैं।

इन सभी विवादों पर और पार्टी के आला नेताओं के बीच आपसी रिश्तों को लेकर प्रभारी सेलजा का कोई बयान अब तक सामने नहीं आया है। वैसे तो अपनी तय रणनीति के तहत छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की तैयारियों में कांग्रेस जोर-शोर से जुटी हुई है। प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग दी जा रही है। लेकिन पीसीसी का नई नियुक्ति मामला अब तक सुलझा नहीं है कि संगठन का आदेश पत्र के आधार पर सिसोदिया रहेंगे या रवि घोष।

दिल्ली दरबार तक पहुंचा मामला

संगठन के आदेश के बाद सत्ता और प्रदेश प्रभारी के पत्र से उपजा नियुक्ति व कार्यविभाजन का मामला दिल्ली दरबार तक पहुँच गया है। कांग्रेसी गलियारे में चर्चा है कि अब फैसला वहीं से आएगा। देखना यह है कि सत्ता या संगठन के हक़ में निर्णय सुनाया जायेगा। प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज भी इस फैसले की टाक में हैं ताकि किसका आदेश मान्य किया जायेगा। इस आधार पर पार्टी संगठन को तवज्जो दी जाएगी या फिर बड़े नेताओं की तरफदारी की जाएगी।

कल प्रदेश मुख्यालय रायपुर में बैठक

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सैलजा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम की उपस्थिति में 27 जून को सुबह 10 बजे प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन रायपुर में मोर्चा-संगठन, प्रकोष्ठ-विभाग के प्रदेश अध्यक्षों की बैठक लेंगी।