मुंबई। महाराष्ट्र में जारी सियासी घमासान के बीच पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की विश्वासपात्र रहीं नीलम गोरे मुंबई में सीएम शिंदे एवं उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की उपस्थिति में सत्तारूढ़ पार्टी में शामिल हो गई हैं। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने नीलम गोरे को शिवसेना में नेता नियुक्त किया है। पार्टी अध्यक्ष के बाद सबसे वरिष्ठ नेता को यह पद दिया जाता है। महाराष्ट्र विधान परिषद की उपाध्यक्ष और उद्धव ठाकरे गुट की नेता नीलम गोरे  मुंबई में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल हो गई है। शिंदे खेमे में शामिल होने वाली वह विधान परिषद की तीसरी शिवसेना सदस्य हैं।


मिली जानकारी के अनुसार नीलम गोरे ने इस अवसर पर कहा कि एकनाथ शिंदे के कुशल नेतृत्व में शिवसेना सही दिशा में आगे बढ़ रही है। मैंने महिलाओं के मुद्दों और राज्य तथा देश के समग्र विकास को ध्यान में रखते हुए शिवसेना में शामिल होने का फैसला किया है।  मुख्यमंत्री शिंदे ने गोरे के अपनी पार्टी में शामिल होने को ऐतिहासिक घटनाक्रम बताया था। यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब अजित पवार के नेतृत्व में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के एक खेमे के महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने के बाद शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में बेचैनी है।

शिंदे गुट के कई नेताओं ने अजित पवार के सरकार में शामिल होने को लेकर नाखुशी जताई थी। दूसरी ओर, शिवसेना के सांसद विनायक राउत ने कहा कि जिन लोगों ने उद्धव ठाकरे से अनुग्रह प्राप्त किया, उन्होंने केवल पद हासिल करने के लिए उन्हें और शिवसेना को धोखा दिया। शिवसेना के एक अन्य नेता एवं विधान पार्षद अनिल परब ने कहा कि लाखों कार्यकर्ता उद्धव ठाकरे के साथ हैं।परब ने कहा हमें ऐसे अवसरवादी लोगों की परवाह नहीं है।