रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा मानसून सत्र के पहले मंगलवार 18 जुलाई को फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी कर रहे कर्मचारियों और अधिकारियों की बर्खास्तगी की मांग को लेकर एससी/एसटी युवाओं द्वारा नग्न प्रदर्शन किया गया।

नग्न प्रदर्शन पर बनाए गए वीडियो के लेकर पुलिस ने अलर्ट जारी किया है। छत्तीसगढ़ पुलिस ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि प्रदर्शनकारियों द्वारा बनाए गए अश्लील वीडियो को यदि कोई भी व्यक्ति सोशल मीडिया में या अन्य माध्यम से प्रचार- प्रसार कर अश्लीलता फैलाने का प्रयास करेगा, तो उसके विरूद्ध भी आईटी एक्ट की धारा 67(ए) के तहत कार्रवाई की जा सकती है। इसलिए नग्न प्रदर्शन के वीडियो को किसी को फारवर्ड या शेयर ना करें।

आपको बता दें ​कि मंगलवार को फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी कर रहे कर्मचारियों और अधिकारियों को बर्खास्त करने की मांग को लेकर रायपुर में एसटी-एससी युवाओं ने नग्न प्रदर्शन किया। एक दर्जन से ज्यादा युवा विधानसभा के पास हाथों में तख्तियां लेकर सड़क पर दौड़ पड़े।

इस वीडियो को सोशल मीडिया के विभिन्न ग्रुपों में वायरल भी कर दिया गया था। इसमें पुलिस ने 29 प्रदर्शन करने वालों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वहीं अब मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने कहा कि नग्न प्रदर्शन के वीडियो को किसी को फारवर्ड या शेयर ना करें।

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