मणिपुर।  मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराए जाने के मामले में एक और आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। अब तक एक नाबालिग समेत छह आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। एक शख्स वायरल वीडियो में महिला को घसीटता दिखा था, पुलिस ने उसे भी दबोच लिया है। आरोपियों को पकड़ने के लिए राज्यभर में पुलिस की कई टीमें तैनात की गई है। बीते दिनों मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने और उनके साथ सामूहिक दुष्कर्म करने की घटना का असर पड़ोसी राज्य मिजोरम पर भी पड़ा है। बता दें कि डर की वजह से मिजोरम में रह रहे मैतई समुदाय ने पलायन शुरू कर दिया है।


 4 मई के वायरल वीडियो में देखा गया कि मैतेई समुदाय के बड़ी संख्या में लोग दो कूकी महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड करा रहे हैं। उनका शोषण कर रहे हैं, उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं। वीडियो वायरल होने के बाद देशभर के लोगों में गुस्सा है। आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त सजा की मांग की जा रही है। पहले जिन चार आरोपियों की गिरफ्तारी हुई थी, उन्हें 11 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।


देश को बचाया लेकिन पत्नी को नहीं बचा सका
वायरल वीडियो में नजर आ रही एक महिला पूर्व सैन्यकर्मी की पत्नी हैं। वह कारगिल युद्ध में असम रेजिमेंट का हिस्सा थे। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा था कि कारगिल में देश को तो बचा लिया लेकिन अपनी पत्नी को नहीं बचा सका। मामले में एक एफआई 21 जून को सैकुल पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई थी। शिकायत में कहा गया है कि एक शख्स भीड़ से अपनी बहन को बचाने की कोशिश कर रहा था लेकिन उसकी हत्या कर दी गई। भीड़ ने महिला का गैंगरेप किया।


मोदी की प्रतिक्रिया, गहलोत का जवाब
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के मानसून सत्र के पहले दिन कहा वायरल वीडियो पर प्रतिक्रिया दी थी। कहा था कि गुनहगारों को नहीं बख्शा जाएगा। इससे देश शर्मसार हुआ है। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने उसी दिन मीडिया से बातचीत में आरोपियों के लिए फांसी की सजा पर विचार करने की अपील की। पीएम मोदी ने अपने बयान में कांग्रेस शासित राज्य राजस्थान और छत्तीसगढ़ का भी जिक्र किया। इसपर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि अगर घटना मणिपुर की होती तो न जाने पीएम क्या-क्या बोलते हैं। उन्होंने कहा कि मणिपुर हमारा ही राज्य है, पीएम को वहां जाना चाहिए।


स्वाति मालीवाल को मणिपुर जाने की इजाजत नहीं
दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल मणिपुर जाने की कोशिश में थीं। उन्होंने बताया कि मणिपुर सरकार ने उन्हें इजाजत देने से इनकार कर दिया। मालीवाल का मणिपुर दौरा 23 जुलाई के लिए शेड्यूल था और वह 30 जुलाई तक मणिपुर में होतीं। डीजीपी को लिखी चिट्ठी में उन्होंने कहा कि वह राज्य का दौरा करना चाहती हैं और एक फैक्ट-फाइंडिंग रिपोर्ट पेश करना चाहती हैं. गुरुवार को उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी चिट्ठी लिखी।


मणिपुर के जिलों में नाकेबंदी
मणिपुर के चुराचांदपुर में एक बार फिर हिंसा की घटना सामने आई है। यहां दो समुदायों के बीच फायरिंग हुई। इसके बाद इलाके में भारी सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी गई है। दूसरी तरफ मणिपुर के लगभग जिलों में नाकेबंदी की गई है। 125 चेकपॉइंट्स पहाड़ी और घाटी में स्थापित किए गए हैं. नियमों के उल्लंघन के लिए करीब 400 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।