रायपुर : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार देर रात राजधानी रायपुर पहुंचे। गृहमंत्री एयरपोर्ट से सीधे भाजपा कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने शनिवार देर रात तक भाजपा नेताओं की हाई-लेवल मीटिंग की। वही आज सुबह अमित शाह ने कई वर्ग के लोगो के साथ मुलाकात की। 12 जातियों को जनजाति में शामिल करने और सहारा इंडिया परिवार का पैसा लौटाने पर लोगों ने गृहमंत्री का धन्यवाद किया। यहां 15 मिनट रुकने के बाद वे वापस दिल्ली रवाना हो गए।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव ने शाह की मौजूदगी में राज्य के हर जिले में दो सहारा सहायता केंद्र शुरू करने की घोषणा की है। उनके मुताबिक ये केंद्र सहारा पीड़ितों को उनकी राशि दिलाने में मदद करेंगे।बता दें कि केंद्रीय मंत्री और छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी के चुनाव प्रभारी मनसुख मंडाविया भी रायपुर पहुंचे थे। दोनों नेताओं ने पार्टी के प्रदेश कार्यालय में रात 8.30 बजे से 11 बजे तक नेताओं से चर्चा की।

प्राप्त जानकारी के अनुसार इस बैठक में आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा की गई। नेताओं और कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र दिया गया। अमित शाह की मौजूदगी में ही स्थानीय नेताओं ने डिनर किया और उसके बाद एक-एक कर बाहर आए। राजधानी में 5 जुलाई को शाह ने बैठक ली थी, उन्होंने नेताओं को टास्क दिए थे। ये बैठक उस टास्क का रिव्यू भी बताया जा रहा है।

शाह ने आरोप पत्र समिति और घोषणा पत्र समिति के कामों पर अब तक का ब्यौरा लिया। राज्य की कांग्रेस सरकार की कमजोरियों को उजागर करने के लिए उन्होंने प्रमुख मुद्दों पर भी चर्चा की। इसके अलावा उन्होंने विधानसभा में भाजपा की ओर से पेश किए गए आरोप पत्र को जमीनी स्तर पर भी उठाने के निर्देश दिए हैं।

कमजोर सीटों को मजबूत करने की रणनीति

अमित शाह के साथ हुई इस बैठक में कमजोर सीटों पर भाजपा की स्थिति मजबूत करने, पूरे प्रदेश में कांग्रेस के खिलाफ नए सिरे से आंदोलन खड़ा करने, आदिवासी क्षेत्रों में सक्रिय राजनीतिक संगठनों को साधने, जीत के प्रबल दावेदार चेहरों को ही इस बार टिकट देने जैसे मसलों पर चर्चा हुई। खबर है कि कुछ संगठनात्मक सुधारों को लेकर अमित शाह ने निर्देश दिए हैं जिस पर वह फिर से रिव्यू कर सकते हैं। प्रदेश के पांचों संभाग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभाएं की जाएंगी । अगस्त के शुरुआती हफ्ते में रायगढ़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा हो सकती है इसे लेकर भी चर्चा की गई।