रायपुर। छत्तीसगढ़ के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के जूनियर डॉक्टर स्टायपेंड बढ़ाए जाने की मांग को लेकर मंगलवार से हड़ताल पर चले गए हैं। रायपुर के अलावा सरगुजा, कांकेर, जगदलपुर, रायगढ़ और राजनांदगांव के शासकीय कॉलेज के जूनियर डॉक्टर हड़ताल कर रहे हैं। जूनियर डॉक्टर्स के हड़ताल से शासकीय अस्पताल में ओपीडी सेवाएं बाधित हुई है। सभी सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक हड़ताल करेंगे।

वहीं, राजधानी रायपुर के अंबेडकर अस्पताल के बाहर सुबह से ही जूनियर डॉक्टर्स स्टाइपेंड की मांग को लेकर हड़ताल पर बैठे हैं। बीते 6 वर्षों में वेतन बढ़ोतरी ना होने की वजह से जूडो हड़ताल पर चले गए हैं। इससे पहले जूनियर डॉक्टर्स अपनी मांग को लेकर काली पट्टी बांधकर काम कर रहे थे।

हालांकि, हड़ताल के दौरान जूनियर डॉक्टर्स इमरजेंसी सर्विसेस में योददान देंगे, लेकिन इसके बाद भी कोई फैसला शासन की तरफ से नहीं आता तब पूरी तरह से सारी सेवाएं बंद कर दी जाएंगी। इसमें सभी सरकारी कॉलेज के लगभग 3 हजार पीजी, इंटर्न, बॉन्ड भरे हुए डॉक्टर्स काम बंद कर देंगे। इसके अलावा पोस्ट पीजी के रेजिडेंट्स को भी कम मानदेय दिया जा रहा है, इसलिए वे ही जूडो के साथ हड़ताल पर रहेंगे।

मांग पूरी न होने पर करेंगे प्रदर्शन
जूनियर डॉक्टर प्रताप सिंह ने कहा कि, आज हम लोग हड़ताल पर हैं। एक हफ्ते का अल्टीमेटम दिया था। सरकार और प्रशासन को उन्होंने साफ-साफ यह कहा था कि हमारी सर्विसेज कंटिन्यू रहेगी। ब्लैक लेबल पहनकर हम प्रदर्शन करेंगे। कल हमारा ब्लैक लेबल का लास्ट डेट था, लेकिन हमारी मांग पर कल तक सरकार की ओर से कोई पहल नहीं हुई। इसको लेकर आज हम लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके साथ ही ओपीडी सेवाएं यथावत रहेंगी। साथ ही मरीजों की परेशानी ना हो इसको लेकर हम लोग काम करेंगे। आज भी प्रशासन और शासन की तरफ से कोई पहल नहीं होती तो हम लोग आगे प्रदर्शन करेंगे।

जूनियर स्टूडेंट की स्टाइपेंड हो
जूनियर डॉक्टर्स ने बताया कि हमारी मांग है की जो इंटर्न, यूजी, पीजी के जो जूनियर स्टूडेंट है, उनकी स्टाइपेंड हो। आज दिनांक तक हमारी मांगे पूरी नहीं हुई है। वैसे ही स्थिति है। महंगाई दर बढ़ गई है, जिसमें हमारी स्टाइपेंड में किसी प्रकार की वृद्धि नहीं हुई है। हम बस यह चाह रहे हैं कि हमारी वेतन बढ़नी चाहिए, जो सरकार बढ़ा नहीं रही है। इसको लेकर हम लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।