नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने शुक्रवार को चंद्रयान-3 की ओर से भेजे गए चांद का एक अदभुत वीडियो शेयर किया है। विक्रम लैंडर के चंद्रमा पर उतरने के बाद लैंडर से प्रज्ञान रोवर के निकलने का वीडियो सामने आया है। इससे पहले इसरो ने चंद्रमा पर चंद्रयान-3 लैंडर का एक वीडियो भी साझा किया था, जिसे चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर हाई-रिज़ॉल्यूशन कैमरे से क्लिक किया गया था। इसरो का कहना है कि अभी तक की अपडेट्स के मुताबिक सभी सिस्टम सामान्य हैं और सभी गतिविधियां समय पर हो रही हैं।
इसरो ने चंद्रयान-3 मिशन के रोवर ‘प्रज्ञान’ का लैंडर ‘विक्रम’ से चंद्रमा की सतह तक लुढ़कने का एक मनमोहक वीडियो जारी किया, जिसे लैंडर इमेजर कैमरे से देखा गया। राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी की ओर से ‘एक्स’ पर पोस्ट किए गए वीडियो के साथ संदेश में कहा गया है, ..और यहां बताया गया है कि चंद्रयान -3 रोवर लैंडर से चंद्रमा की सतह तक कैसे पहुंचा।’इसरो ने चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग के बाद चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर हाई रेजोल्यूशन कैमरा (ओएचआरसी) से ली गई लैंडर की छवि भी जारी की। चंद्रयान-2 ऑर्बिटर ने चंद्रयान-3 लैंडर का फोटोशूट किया! चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर हाई-रिज़ॉल्यूशन कैमरा (OHRC) – वर्तमान में चंद्रमा के चारों ओर किसी के पास मौजूद सबसे अच्छा रिज़ॉल्यूशन वाला कैमरा चंद्रयान-3 को देखता है।
उल्लेखनीय है कि, चंद्रयान-2 को 2019 में लॉन्च किया गया था। चंद्रयान-2 ऑर्बिटर चंद्रमा की कक्षा में चक्कर लगा रहा है। प्रज्ञान रोवर के साथ विक्रम लैंडर बुधवार को इस उद्देश्य के लिए चंद्रमा की सतह पर उतरा। लैंडिंग के कुछ घंटों बाद, 26 किलोग्राम का छह पहियों वाला रोवर लैंडर के पेट से बाहर निकला। इसरो ने गुरुवार शाम को कहा, ‘सभी गतिविधियां निर्धारित समय पर हैं। सभी प्रणालियां सामान्य हैं। लैंडर मॉड्यूल पेलोड आईएलएसए को आज चालू कर दिया गया है। रोवर गतिशीलता संचालन शुरू हो गया है। प्रोपल्शन मॉड्यूल पर शेप पेलोड रविवार को चालू किया गया था। भारत ने बुधवार को इतिहास रचा जब उसके तीसरे मानवरहित चंद्रमा मिशन के लैंडर मॉड्यूल ने त्रुटिहीन सॉफ्ट-लैंडिंग की। भारत यह उपलब्धि हासिल करने वाला चौथा देश बन गया और चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव तक पहुंचने वाला पहला देश बन गया।