रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजनीती में घपले-घोटाले के बाद अब सट्टा बाजार का ‘महादेव एप्प’ भी सियासी धार पकड़ रहा है। एक ओर राज्य में कांग्रेस पार्टी केंद्र की भाजपा सरकार पर एक के बाद एक गंभीर आरोप लगा रही है, तो वहीं दूसरी ओर भाजपा भी राज्य सरकार पर आरोप लगा रही है। महादेव एप्प एक बेटिंग एप्प है, जिसकी शुरुआत कोरोनाकाल में छत्तीसगढ़ से हुई थी। अच्छी अर्निंग के कारण यह धीरे-धीरे देशभर में लोकप्रिय हो गई। महादेव एप्प के संचालक का नाम सौरभ चंद्राकर बताया जा रहा है। जिसकी दुबई फरार होने की खबर सामने आ रही है। इस एप्प में भाग लेने वाले व्यक्ति को संचालक थोड़ी-थोड़ी राशि जिताता है। और जब भाग लेने वाले व्यक्ति को इस एप्प की आदत लग जाती है, तब वह व्यक्ति बड़ी रकम को इन्वेस्ट करता है। जिसमें उसकी हार निश्चित होती है। और इस तरह संचालक छोटी रकम देकर बड़ी रकम हड़प लेता है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महादेव एप्प को लेकर कहा कि, छत्तीसगढ़ सरकार महादेव एप्प पर कार्यवाही कर रही है, और इस मामले से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। लेकिन केंद्र सरकार ईडी के माध्यम से राज्य सरकार को बदनाम करने की साजिश कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा, केंद्र सरकार बताए महादेव एप्प को बंद कब करेगी, साथ ही यह भी बताए महादेव एप्प में केंद्र सरकार की कितनी हस्सेदारी है ?
गौरतलब है कि, केंद्र सरकार ने 23 अगस्त को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा और ओएसडी के घर ईडी के जरिए दबिश दी थी। उन्हें पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय भी बुलाया गया था।
भूपेश बघेल की सरकार ने छत्तीसगढ़ विधानसभा में महादेव एप्प को लेकर कानून बनाकर भी लागू करवाया है। साथ ही मुख्यमंत्री ने अडानी को कोयला खदान के साथ टाइअप करने को लेकर भी कहा कि, आखिर ऐसा क्यों किया गया, और इस निर्णय से क्या प्रदेश के भाजपा नेता सहमत है ? क्या भजपा नेता खदान के साथ अडानी समूह के टाइअप को निरस्त कराने के लिए पत्र लिख सकते है।
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