नई दिल्ली। ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण का सर्वे 29 दिनों से जारी है। एएसआई (ASI) टीम को दिया गया 4 सप्ताह का समय आज यानी शनिवार को पूरा हो जाएगा। मगर सर्वे का काम अभी पूरा नहीं हो पाया है। अब एएसआई ने रिपोर्ट दाखिल करने के लिए 8 सप्ताह का और समय मांगा है। इस मामले में कोर्ट में 8 सितंबर को सुनवाई होनी है। तब तक सर्वे की कार्रवाई जारी रहेगी।

वाराणसी की एक अदालत ने एएसआई को मस्जिद परिसर में अपना सर्वेक्षण पूरा करने के लिए 4 हफ्ते का समय दिया था। आज यानी 2 सितंबर को यह समय समाप्त हो गया है। हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील सुधीर त्रिपाठी ने कहा कि उन्हें लगता है कि सर्वेक्षण अभी तक पूरा नहीं हुआ है। हालांकि, एएसआई प्राथमिक रिपोर्ट कोर्ट में जमा कर सकता है, लेकिन आखिरी रिपोर्ट के लिए थोड़ा इंतजार करना होगा।

20 सदस्‍यीय टीम कर रही सर्वे
4 अगस्त से सर्वे कर रही एएसआई की विशेषज्ञों की टीम ने ज्ञानवापी में मौजूद इमारत के अंदर और बाहर सभी जगहों पर आधुनिक तकनीक के माध्यम से जांच की थी। वहीं, अब सर्वे की रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल करने के लिए टीम ने 8 हफ्ते के समय की मांग की है। इसके लिए कोर्ट से अपील की गई है। कोर्ट ने सुनवाई के लिए 8 सितंबर की तारीख दी है। मौजूदा समय में एएसआई की 20 सदस्‍यीय टीम सर्वे में जुटी है। इसमें हैदराबाद से आए जीपीआर तकनीक के विशेषज्ञ भी शामिल हैं।

क्या-क्या मिला सर्वे में
एएसआई की टीम ने ज्ञानवापी परिसर की 3डी मैपिंग, स्कैनिंग, हाईटेक फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी के जरिए काफी सारे सबूत इकट्ठा किए हैं। साथ ही, IIT कानपुर से आई विशेषज्ञों की टीम ने GPR तकनीक से भी सर्वे किया था। यह एक ऐसी तकनीक है, जिससे जमीन की बिना खुदाई किए नीचे तक जांच की जा सकती है। ज्ञानवापी की दीवारों पर अंकित निशान, उसकी प्राचीनता, कलाकृतियां, मिट्टी के सैंपल, पत्थर के टुकड़े, कथित तौर मिली टूटी प्रतिमा जैसी चीजों को एएसआई ने सैंपल के तौर पर जमा किया था।