रायपुर। रायपुर आर्ट, लिट्रेचर एंड फिल्म फेस्टिवल(RALFF23) के समापन और अवार्ड सेरेमनी में बॉलीवुड एक्टर अमीषा पटेल शामिल हुई। उन्होंने बेस्ट फिल्म मेकर्स को अवार्ड दिया।

अमीषा पटेल ने इस अवसर पर कहा कि छत्तीसगढ़ में इस तरह फिल्म फेस्टिवल वाकई में हमारे इंडस्ट्री के लिए महत्वपूर्ण है। इससे फिल्म मेकर्स को प्रोत्साहन मिलता है। जैसा कि मैंने सुना इस फिल्म फेस्टिवल में ईरान और अमेरिका की फिल्में प्रदर्शित हुई। मुझे उम्मीद है आने वाले समय में भारत के साथ साथ अन्य और कई देशों की फिल्में शामिल होंगी। उन्होंने इस आयोजन के लिए शुभकामनाएं दी।

फेस्टिवल क्यूरेटर प्रीति उपाध्याय ने बताया कि तीन दिनों तक चले इस फेस्टिवल में फिल्मों की स्क्रीनिंग की गई। साथ ही विशेषज्ञों की मास्टरक्लास से यहां के युवाओं ने फिल्म तकनीक की बारीकियों को सीखा। साथ ही कला, साहित्य और सिनेमा के विभिन्न विधाओं से रूबरू हुए। इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल, छत्तीसगढ़ संस्कृति विभाग, छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के साथ साथ सभी स्पॉन्सर्स का आभार व्यक्त किया।

फेस्टिवल डायरेक्टर कुणाल शुक्ला ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा अनुरूप छत्तीसगढ़ में कला, साहित्य और सिनेमा के लिए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं। यह फेस्टिवल छत्तीसगढ़ के इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया। हमारा प्रयास है कि आने वाले वर्षों में यह कार्यक्रम कला, साहित्य और सिनेमा के नए बुलंदियों को छुए।

इन्हे दिया गया अवार्ड

आज के कार्यक्रम में विभिन्न अवार्ड दिए प्रदान किए गए। बेस्ट शॉर्ट फिल्म में मेलेनियन म्यूज, बेस्ट डायरेक्टर का अवार्ड धीरज कुमार चावाडे को माई मदर माई वाइफ के लिए प्रदान किया गया। बेस्ट सिनेमेटोग्राफी में आई एम नोट डाउन, बेस्ट स्क्रीनप्ले में ईशा (कॉल सेंटर), बेस्ट एक्टर में मिलेनियम म्यूज के चंजल आर नाथ को, स्पेशल जूरी अवार्ड में द सुपर राइडर और एक भ्रष्ट शिक्षक, बेस्ट म्यूजिक के लिए ट्रैफिक, बेस्ट साउंड डिजाइन के लिए फांस 47 और अवार्ड of रिकॉग्नाइजेशन में ईरानी फिल्म नंबर 9 को दिया गया।

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ शासन के संस्कृति विभाग तथा छत्तीसगढ़ टूरिज़्म बोर्ड के सहयोग से नेचर फ्रेंड्स सोशल वेलफेयर ऑर्गनाइजेशन एवं एके एसोसिट्स द्वारा 3 से 5 सितंबर तक आर्ट, लिट्रेरेचर एंड फिल्म फेस्टिवल के दूसरे संस्करण का आयोजन किया गया।