रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के तूता में 21 अगस्त से अनिश्चितकालीन आंदोलन कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों ने हड़ताल समाप्त कर ली है। मुख्यमंत्री के प्रतिनिधिमंडल मुलाकात करने तूता पहुंची थी। इसके बाद स्वास्थ्यकर्मियों ने हड़ताल खत्म करने की घोषणा की है।

उल्लेखनीय है कि, स्वास्थ्यकर्मियों के खिलाफ राज्य सरकार ने एस्मा भी लगाया था। हजारों शिक्षकों को बर्खास्त भी किया गया था, बावजूद शिक्षक हड़ताल पर अडिग थे। मंगलवार को स्वास्थ्यकर्मियों के प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत हुई थी। बुधवार को फिर एक दौर की बातचीत हुई, जिसके बाद स्वास्थ्यकर्मियों ने हड़ताल को स्थगित करने का फैसला लिया।

इन मांगों पर आश्वासन के बाद हड़ताल लिया वापस
फेडरेशन के पदाधिकारी जिसमें टारजन गुप्ता, डॉक्टर इकबाल, डॉक्टर रीना राजपुत, सुमन शर्मा, अंशिला बेस, डॉक्टर हीरासिंग लोधी, भूपेंद्र सोनी, देवाश्री साव और सभी प्रदेश अध्यक्ष ने सामूहिक रूप से प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि, आश्वासन के बाद वो अपना हड़ताल वापस ले रहे हैं। स्वास्थ्यकर्मियों का आंदोलन मुख्यमंत्री के प्रतिनिधमंडल की ओर से मंच पर दिए आश्वासन पर हड़ताल को स्थगित किया गया है।
स्वास्थ्यकर्मियों (डॉक्टर्स, स्वाथ्य संयोजक, नर्सेज) का हड़ताल 21 अगस्त से शुरू हुआ था, जिसमें पहली बार किसी आंदोलन में मुख्यमंत्री के प्रतिनिधिमंडल हड़ताल स्थल में आकर कर्मचारियों को आश्वस्त करते हुए आंदोलन को स्थगित कराया। साथ ही हड़ताल स्थगित होते ही मुख्यमंत्री के निर्देश में बर्खास्तगी, निलंबन की बहाली का आश्वासन दिया गया।

प्रतिनिधि के तौर पर ये रहे उपस्थित
प्रतिनिधि के तौर पर डॉक्टर राकेश गुप्ता (कांग्रेस चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष), सुशील शुक्ला (कांग्रेस प्रवक्ता), धनंजय सिंह ठाकुर (कांग्रेस प्रवक्ता) अजय साहू (महामंत्री कांग्रेस) उपस्थित रहे। संघ के प्रांतीय संयोजकों ने मुख्यमंत्री का सम्मान करते हुए और जनहित में आज हड़ताल स्थगित करने का घोषणा कर दिया है।