रायपुर। पूर्व मंत्री एवं विधायक ननकीराम कवंर ने हाई कोर्ट से मांग की है कि PSC में हुई भर्ती की CBI से जांच कराई जाये। इस बीच एक उम्मीदवार ने ज्यादा अंक होने के बावजूद PSC द्वारा इंटरव्यू में नहीं बुलाये जाने की शिकायत करते हुए जांच की मांग की है।

भाजपा विधायक ननकी राम ने PSC में हुए तथाकथित घोटाले को लेकर हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। कोर्ट द्वारा इस मामले में गंभीर टिप्पणी किये जाने के बाद ननकी राम कंवर ने कहा है कि पीएससी घोटाले के मामले में उच्च न्यायालय ने सरकार का काला चेहरा उजागर कर दिया है। कंवर ने कहा कि PSC में हो रही गड़बड़ियों की जांच करने में प्रदेश की जांच एजेसियां सक्षम नहीं है और प्रदेश सरकार की इच्छाशक्ति भी नहीं है इसलिए सभी परीक्षाओं की जांच केन्द्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से कराया जाना चाहिए।

ननकी राम कंवर ने कहा कि जब से कांग्रेस पार्टी की सरकार बनी है तब से सभी प्रकार की भर्ती प्रक्रियाओं को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। 2021 की लोक सेवा आयोग राज्य सेवा परीक्षा के परिणाम में जिस प्रकार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष, सचिव प्रदेश के अन्य उच्च अधिकारी एवं कांग्रेस पार्टी के नेताओं के परिजन बड़ी संख्या में नियुक्त हुए उससे बेरोजगारों के साथ हो रहे अन्याय का पर्दापाश हो गया है। उन्होंने कहा कि पीएससी घोटाले में न्यायाधीश ने गंभीर टिप्पणी की है, न्यायालय ने सच सबके सामने ला दिया है। उन्हें व सभी युवा उम्मीदवारों को न्यायालय पर पूरा भरोसा है। श्री कवर ने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग न्यायालय से की है।

पूर्व गृह और विधि मंत्री ननकीराम कंवर ने बताया कि इस संबंध में उच्च न्यायालय से लोक सेवा आयोग में हो रही अनियमितता, धांधली और भाई-भतिजावाद का भांडा फूटने के बाद आयोग इसकी जांच करने के बजाय सबूत को नष्ट करने की कोशिश में लगा है। कंवर ने कोर्ट में प्रस्तुत किए गए अपने हलफनामे में इस बात का उल्लेख किया है कि पीएससी के परिणाम आने के बाद जब विवाद हुआ तब आयोग ने पीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2021 के दस्तावेज जिसमें ओएमआर शीट व उत्तर पुस्तिकाएं शामिल है को रद्दी में बेचने की निविदा जारी कर दी थी।

ज्यादा अंक वाले को नहीं बुलाया इंटरव्‍यू के लिए..!

PSC की परीक्षा में हुई एक और गड़बड़ी सामने आई है। ओबीसी कैटेगरी में आने वाले वाले शिवम कुमार देवांगन ने पीएससी के सचिव और परीक्षा नियंत्रक को पत्र लिखकर इसकी शिकायत की है। सीजी पीएससी 2022 की भर्ती के दौरान ओबीसी श्रेणी में लिखित परीक्षा में 710 से 715 नंबर पाने अभ्‍यर्थियों को इंटरव्‍यू के लिए कॉल किया गया। शिवम कुमार देवांगन का आरोप है कि उन्‍हें लिखित परीक्षा में 771.5 अंक प्राप्‍त हुए थे, इसके बावजूद उन्‍हें साक्षात्‍कार के लिए बुलाया नहीं गया। शिवम ने इस पूरे मामले की जांच करने का आग्रह किया है।