बेंगलुरु। आज कल इंटरनेट का जमाना और इंटरनेट सभी के कामों आसान बना दिया है । जिसका इस्तेमाल कर लोग घर बैठे कई तरह के कामों को आसानी से आनलाईन निपटा कर समय और पैसे की बचत कर रहे हैं । वहीं ठगी करने वाले ठगों के लिए इंटरनेट आनलाइन ठगी का प्रमुख जरिया बन गया है जो लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना रहे हैं। इंटरनेट के जरिए आजकल लोगों को ठगी का शिकार बनाना आम बात हो गई है। साइबर सुरक्षा अधिकारियों की सख्ती के बाद भी आए दिन लोगों को ठगी का शिकार बनाया जा रहा है। ऐसे ही दो अलग-अलग जगहों से मामले सामने आए हैं। पहला बंगलूरू का, जहां पुलिस ने 854 करोड़ के साइबर निवेश फ्रॉड का भंडाफोड़ किया है। वहीं दूसरी ओर, महाराष्ट्र के ठाणे में लाखों की ठगी का मामला सामने आया है।

बंंगलूरू में छह लोगों को किया गिरफ्तार
एक अधिकारी ने बताया कि बंगलूरू पुलिस ने 854 करोड़ रुपये के साइबर धोखाधड़ी घोटाले का पर्दाफाश कर छह लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने एक निवेश योजना के बहाने देशभर में हजारों लोगों को ठगी का शिकार बनाया है। उन्होंने बताया कि ठगी की कुल राशि में से पांच करोड़ रुपये जब्त कर लिए गए हैं। अधिकारी ने बताया कि गिरोह व्हाट्सएप और टेलीग्राम के माध्यम से लोगों को लालच देता था। पहले लोगों से एक हजार से 10 हजार रुपये तक की छोटी राशि निवेश करने के लिए कहता था। इसके बदले उन्हें प्रतिदिन एक हजार से पांच हजार रुपये कमाने का लालच देता था।

उन्होंने कहा कि लोगों ने लालच में आकर लाखों रुपये निवेश कर दिए। इनमें से हजारों पीड़ितों ने एक लाख से लेकर 10 लाख रुपये या उससे अधिक का निवेश किया। पीड़ित राशि का भुगतान ऑनलाइन करते थे, जो अलग-अलग बैंक खातों में चले जाते थे। हालांकि, निवेश प्रक्रिया पूरी करने के बाद, जब पीड़ितों ने राशि निकालने की कोशिश की, तो उन्हें रुपये वापस नहीं मिले। अधिकारी ने कहा कि रुपये जमा होने के बाद आरोपियों ने इसे अन्य खातों में भेज दिया। उन्होंने कहा कि कुल 854 करोड़ रुपये की राशि क्रिप्टो (बिनेंस), पेमेंट गेटवे, गेमिंग ऐप आदि के माध्यम से आरोपियों ने लोगों से ठगी थी।