रायपुर। धरसीवां विधानसभा के संभावित प्रत्याशी अनुज शर्मा के टक्कर में मनमोहन को उतारने की खबर राजनीतिक गलियारों में जोरशोर से चल रहा है। सामाजिक स्तर पर भाजपा में पैराशूट प्रत्याशियों को लेकर उठा बवंडर तूफान को मोड़ने वाले ताकतों के नियंत्रण से बाहर हो गया है।

सिंधी और गुजराती समाज के बाद खुशवंत साहेब की आरंग से उम्मीदवारी को विरोध करने पांच हजार लोग भाजपा दफ्तर की ओर निकल पड़े । दूसरी सूची प्रत्याशियों के संभावित नाम वायरल होने के बाद कई तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं।

गुजराती और सिंधी समाज के लोगों ने ओम माथुर को चिट्ठी लिखकर कह दिया कि हमारे समाज के लोगों को टिकट दिया जाए। धरसींवा से अनुज शर्मा और साजा से ईश्वर साहू जैसे लोगों के नाम सामने आने के बाद स्थानीय नेताओं ने इसका विरोध शुरू कर दिया है।

विरोध में अनुज शर्मा का पुतला भी जलाया गया। इसके बाद विरोध करने वाले लोग प्रदेश स्तर के नेताओं से मुलाकात करने पहुंच गए और उनका घेराव कर दिया। यह स्थिति भी संगठन में पसंद नहीं की जा रही हैं।

1 अक्टूबर को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक नई दिल्ली में हुई थी। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शामिल थे। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, डॉ रमन सिंह और नारायण चंदेल जैसे नेता शरीक हुए थे।

खबरदारों के मुताबिक, जब नाम तय किए जा रहे थे, तो केंद्रीय नेताओं को प्रत्याशियों की तस्वीर दिखाई गई, उनका पूरा बायोडाटा दिखाया गया, उनकी छवि के बारे में जानकारी दी गई। समाज में उनका कितना असर है, इसके बारे में भी बताया गया। क्यों वे जीतने वाले कैंडिडेट साबित हो सकते हैं, इसके हर पहलू को राष्ट्रीय नेताओं को समझाया गया।

बाहरी भगाओ के लगे नारे

रायपुर के ​​धरसींवा इलाके में एक्टर से भाजपा नेता बने अनुज शर्मा का विरोध हो गया। कुछ स्थानीय लोगों ने अनुज शर्मा का पुतला फूंका। बाहरी भगाओ, धरसींवा बचाओ के नारे भी लगाए गए। एक दिन पहले बीजेपी के संभावित प्रत्याशियों की सूची मीडिया में सामने आई। इसके बाद अब यह प्रतिक्रिया देखने को मिली है।

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