अधिकांश प्रत्याशियों ने विधानसभा और लोकसभा चुनाव लड़ा है, जीते भी

अंबिकापुर । केंद्रीय राज्य मंत्री, सांसद व पूर्व सैनिक पर दांव खेलकर भाजपा ने सरगुजा संभाग में दी कांग्रेस को चुनौती दी है। संभाग की 13 सीटों के लिए जो प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे गए हैं, उनमें अधिकांश नए चेहरे हैं पर उन्हें चुनाव का एक लंबा अनुभव है।

अधिकांश प्रत्याशियों ने स्थानीय चुनाव के साथ विधानसभा और लोकसभा चुनाव लड़ा है, जीते भी हैं। कुछ नए चेहरे पर जरूर भाजपा ने बड़ा दांव खेला है, किंतु यह नाम कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती पेश कर रहे हैं। केंद्रीय राज्य मंत्री भरतपुर-सोनहत विधानसभा सीट से प्रत्याशी है।

सरगुजा संभाग में पहले ही रामानुजगंज से कद्दावर आदिवासी नेता पूर्व मंत्री रामविचार नेताम को चुनाव मैदान में भाजपा उतार चुकी है। दूसरी सूची में केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह को कोरिया जिले के भरतपुर-सोनहत विधानसभा सीट से प्रत्याशी घोषित कर दिया है। रेणुका सिंह के साथ जशपुर जिले में दो बड़े नाम पर भाजपा ने मुहर लगाई है।

सामरी है भाजपा का गढ़
पूर्व केंद्रीय मंत्री और चार बार के सांसद विष्णुदेव साय को कुनकुरी विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतार दिया है, वहीं, रायगढ़ की वर्तमान लोकसभा सदस्य गोमती साय को उतारकर भाजपा ने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है कि वह इस बार कोई चूक करना नहीं चाहती। बलरामपुर जिले का सामरी विधानसभा भाजपा का गढ़ रहा है, किंतु 2013 में इस सीट को कांग्रेस ने छीन लिया था।

वर्ष 1961- 62 में सीतापुर विधानसभा अस्तित्व में आया था, तब से आज तक यहां भाजपा खाता नहीं खोल पाई है। यहां संगठन भी कमजोर है। यहां से भाजपा को पूर्व सैनिक रामकुमार टोप्पो उम्मीद की किरण बनकर आए हैं। कई वीरता पदक प्राप्त करने वाले रामकुमार को संगठन का कितना साथ मिलता है इसी तरह कोरिया के मनेंद्रगढ़ सामान्य सीट से पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल को भाजपा ने चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं बैकुंठपुर विधानसभा सीट से पूर्व मंत्री भैयालाल राजवाड़े पर भाजपा ने इस बार फिर भरोसा जताया है।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे
फेसबुक, ट्विटरयूट्यूब, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, टेलीग्रामकू
 पर