रायपुर।सरपंच बनना राजनीति की पहली सीढ़ी है, हाथ जोड़कर वोट मांगने के बाद जैसे ही सरपंच घोषित होते है विधाय़क-सांसद के तेवर दिखाने लगते है। यहीं मौका होता जब पब्लिक आरपार की लड़ाई में उतर जाती है और नेताआें को सबक सिकाने कड़ा फैसला लेती है।

विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही प्रदेश के सभी जगह आचार सहिंता लागू हो चुकी है। लेकिन एक ऐसा गांव भी है जहां के लोग चुनाव बहिष्कार का ऐलान कर रहे हैं। यह मामला कांकेर जिले के ग्राम पंचायत देवपुर का है।

देवपुर के ग्रामीणों ने सरपंच की दबंगई से त्रस्त आकर चुनाव बहिष्कार का बैनर लगाया है। बताया जा रहा है कि, ग्रामीणों ने सरपंच द्वारा किया जा रहे घोटाले को लेकर कई बार शिकायत की है। लेकिन किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हुई। इससे नाराज होकर ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार का ऐलान कर दिया है।

ग्रामीणों के मुताबिक, सरपंच से पंचायत की किसी भी काम काज की जानकारी पूछने पर झूठे केस में फंसाने की धमकी दी जाती है। इतना ही नहीं सरपंच ने कलेक्टर और एसपी के पास ग्रामीणों के खिलाफ शिकायत भी कर दिया ।

ग्रामीणों ने बताया कि, सरपंच ने टेप नल से लेकर अन्य कामों में जमकर घोटला किया है। इसकी शिकायत कई बार करने के बावजूद सरपंच के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे नाराज होकर ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार करने के गांव में बैनर लगाकर प्रर्दशन कर रहे हैं।

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