0 CJ ने दशहरा अवकाश के दिन की सुनवाई
0 स्वास्थ्य संचालक को भी निरीक्षण करने का दिया निर्देश

बिलासपुर। हाईकोर्ट ने CIIMS मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल की बदहाली पर दशहरा अवकाश के दिन सुनवाई करते हुए निरीक्षण के बाद पेश की गई कलेक्टर की रिपोर्ट को सतही बताया। इधर सुनवाई से पहले ही सिम्स प्रशासन ने अधीक्षक को हटा दिया है।

लगातार दूसरी बार अवकाश के दिन हुई सुनवाई

बिलासपुर के सिम्स अस्पताल की बदहाल व्यवस्था पर लगातार छप रही खबरों को हाईकोर्ट ने स्वयं संज्ञान में लेकर जनहित याचिका पर सुनवाई शुरू की है। बता दें कि पिछली सुनवाई भी अवकाश के दिन हुई थी। इसके बाद कलेक्टर अवनीश शरण ने सिम्स का निरीक्षण किया। दशहरा के अवकाश के दिन 24 अक्टूबर की वर्चुअल सुनवाई में उनकी रिपोर्ट कोर्ट में पेश की गई। यह जवाब अतिरिक्त मुख्य सचिव की ओर से दिया गया था।

अस्पताल की दुर्दशा पर जताई चिंता

चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा ने अस्पताल की दुर्दशा पर चिंता जताते हुए कहा कि सिम्स एक महत्वपूर्ण चिकित्सा संस्थान है। कमजोर तबके के मरीज दूर-दूर से यहां उपचार कराने आते हैं। यह ठीक है कि निजी अस्पतालों जैसी व्यवस्था यहां नहीं की जा सकती लेकिन उपलब्ध संसाधनों का भी ठीक तरह से इस्तेमाल नहीं हो रहा है। माहौल ऐसा है कि यहां सामान्य हालत में पहुंचने वालों की भी तबीयत खराब हो जाए। साफ सफाई करने वाली एजेंसी ठीक काम नहीं कर रही है। शेड में मरीजों के रहने और खाने बनाने की व्यवस्था की गई है। जो फोटो और वीडियो क्लिप दिख रहे हैं, उससे पता चलता है कि यहां का हाल बुरा है। कलेक्टर ने निरीक्षण के बाद जो रिपोर्ट बनाई है वह ‘सतही’ है।

3 कोर्ट कमिश्नर देंगे CIIMS पर रिपोर्ट

हाई कोर्ट ने सिम्स की अव्यवस्था पर रिपोर्ट देने के लिए अधिवक्ता सूर्या कवलकर डांगी, संघर्ष पांडे और अपूर्व त्रिपाठी को कमिश्नर नियुक्त किया है। साथ ही ACS रेणु पिल्लई को निर्देश दिया कि वे 26 और 27 अक्टूबर को 2 दिन CIIMS अस्पताल का गहराई से निरीक्षण करें और नई रिपोर्ट प्रस्तुत करें। इस बीच जानकारी मिली कि पिल्लई छुट्टी पर हैं, तब सचिव, चिकित्सा शिक्षा पी दयानन्द को बिलासपुर में दो दिन रुककर CIIMS की पूरी व्यवस्था देखने को कहा गया, इसके अलावा तकनीकी टीम को अपने साथ रखकर सभी उपकरणों की जांच करने को कोर्ट ने कहा। चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा और जस्टिस रविंद्र अग्रवाल की डिवीजन बेंच ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिये याचिका पर सुनवाई की। अब अगली सुनवाई एक नवंबर को होगी।

हटाए गए अस्पताल अधीक्षक

बता दें कि CIIMS प्रबंधन ने पहली सुनवाई के बाद अस्पताल अधीक्षक डॉ नीरज शेंडे को हटा दिया है। दरअसल सुनवाई के दौरान CJ ने अधीक्षक के स्वास्थ्य को देखते हुए टिप्पणी की थी कि अनफिट व्यक्ति हॉस्पिटल को फिट कैसे रख सकता है। इसके बाद अधीक्षक को हटाना पड़ा।