रायपुर। रायपुर दक्षिण विधानसभा के भाजपा प्रत्याशी बृजमोहन ने आज अपना नामांकन दाखिल किया। इस मौके पर उन्होंने अपना आशीर्वाद देने के लिए देशभर से पूज्य महामंडलेश्वरों के अलावा अनेक साधु संतों को रायपुर आमंत्रित किया था। आज सुबह सभी संत बृजमोहन के निवास पर पहुंचे और उन्हें सनातन धर्म और धर्म परायण जनता की हमेशा की तरह सेवा करते रहने का आशीर्वाद दिया।

अग्रवाल की नामांकन रैली में शामिल हुए संत

इस मौके पर संतों ने बृजमोहन अग्रवाल की नामांकन रैली में भी हिस्सा लिया। प्रमुख संतों ने उनके द्वारा राजिम कुम्भ के सन्दर्भ में किये गए कार्यों को याद किया और बृजमोहन अग्रवाल की सराहना की।

कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग से की शिकायत

कांग्रेस पार्टी ने रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल के द्वारा देश के अलग-अलग राज्यों से 100 से अधिक संतो को बुलाने के खिलाफ मुख्य निर्वाचन आयुक्त में शिकायत की। बृजमोहन अग्रवाल ने अपने व्यक्तिगत चुनावी प्रचार के लिये और छत्तीसगढ़ में धर्म के आधार पर वोटों के ध्रुवीकरण के लिये 100 से अधिक साधु और संतो को बुलाया जो आदर्श आचार संहिता का सीधा उल्लंघन है।

‘प्रत्याशी के खर्च में शामिल हो’

कांग्रेस पार्टी ने कहा है कि बृजमोहन अग्रवाल द्वारा 100 से अधिक साधु-संतों और पुजारियों के विभिन्न राज्यों से आने-जाने की व्यवस्था उनके रहने और ठहरने के पूरे इंतजाम, उनके भोजन की पूरी व्यवस्था एवं संतों के धार्मिक जुलूस के लिये सैकड़ों गाड़ियों, साउंड सिस्टम, बड़े-बड़े स्पीकर, बैनर-पोस्टर और प्रचार की अन्य व्यवस्थाओं में लगभग 15 लाख रू. का खर्च किया गया, जो कि प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल के चुनावी खर्च में शामिल किया जाये तथा बृजमोहन अग्रवाल पर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के खिलाफ कठोर से कठोर कार्यवाही की जाये।

कांग्रेस पार्टी ने यह मुद्दा उठाते हुए सवाल किया है कि क्या बृजमोहन अग्रवाल छत्तीसगढ़ के साधु और संतों को महान और सम्मानित नहीं मानते ? देश के विभिन्न राज्यों से साधु और संतों को बुलाने की आवश्यकता आखिर क्यों पड़ी ? इस बात का जवाब बृजमोहन अग्रवाल को देना चाहिये।