अंबिकापुर। टिकट नहीं मिलने से नाराज चल रहे सामरी विधायक चिंतामणि महाराज आखिरकार बीजेपी में शामिल हो गए हैं। प्रदेश प्रभारी ओम माथुर की मौजूदगी में समाज के सैकड़ों सदस्यों के साथ महाराज ने सदस्यता ली है।

महाराज ने कहा – मेरी घर वापसी हुई

बता दे कि प्रसिद्द संत गहिरा गुरु के पुत्र चिन्तामणि महाराज भाजपा से कांग्रेस में गए थे। वहीं, वे कांग्रेस की टिकट से 2 बार विधायक भी रह चुके हैं, लेकिन इस बार टिकट न मिलने के कारण उन्होंने पार्टी के खिलाफ बगावती रुख अपना रखा है। मीडिया से बात करते हुए चिंतामणी महाराज ने कहा कि वो भाजपा में शामिल नहीं हो रहे हैं, बल्कि ये उनकी घर वापसी है।

‘बाबा’ के खिलाफ लड़ने की जताई थी इच्छा

चिंतामणि महाराज ने भाजपा में शामिल होने की इच्छा जताते हुए सरगुजा महाराज और उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव के विरुद्ध चुनाव लड़ने की बात कही थी, लेकिन वहां से पार्टी ने राजेश अग्रवाल को प्रत्याशी बना दिया। हालांकि भाजपा ने उन्हें ये प्रस्ताव दिया है कि लोकसभा चुनाव में उन्हें सरगुजा से प्रत्याशी बनाने का विकल्प अभी भी खुला है।