क्या यह मानहानि का मामला नहीं

रायपुर। सीएम भूपेश ने महादेव सट्टा को लेकर कुछ समाचार चैनलों में बिना आधार पर वीडियो चलाने पर नाराजगी जताई है। वीडियो में दिखाया है कि एक व्यक्ति यह दावा कर रहा है कि वह मुझसे मिला और मैंने उसे संरक्षण देने का आश्वासन दिया और उसे दुबई जाकर व्यवसाय करने का भी सुझाव दिया।

मुझे आश्चर्य है कि एक अनजान व्यक्ति के बयान को सभी ज़िम्मेदार टीवी चैनल किस आधार पर चला रहे हैं? सिर्फ़ इस आधार पर कि इसमें मेरा नाम है? क्या यह मानहानि का मामला नहीं है?

महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले पर सीएम भूपेश बघेल का कहना है, ”…दो साल से इसकी जांच चल रही है…जब तक ऑनलाइन सट्टेबाजी पर रोक नहीं लगेगी, कुछ नहीं रुकेगा…लाखों फर्जी अकाउंट हैं जो लोग ऑनलाइन सट्टेबाजी करते हैं…केंद्र सरकार को उनकी पहचान कर उन्हें बंद करना चाहिए…”।

यह कोई रहस्य नहीं है कि ये वीडियो क्यों आया है और कैसे आया है और यह भी समझना कठिन नहीं है कि ऐन चुनाव के वक़्त ऐसा बयान भाजपा को फ़ायदा पहुंचाने के लिए ही जारी किया गया है। यह भी हर कोई समझ रहा है कि ईडी को हथियार बनाकर ही ऐसा किया जा रहा है. दरअसल भाजपा अब ईडी के सहारे ही चुनाव लड़ रही है और मुझे बदनाम करने के लिए ईडी का इस्तेमाल कर रही है।

पहली बात तो यह कि मैं इस व्यक्ति को नहीं जानता और न मैं कभी इससे उस तरह मिला हूं, जैसा कि वह दावा कर रहा है। वह किसी सभा समारोह का हिस्सा रहा हो तो मैं नहीं कह सकता। दूसरी बात यह है कि यह व्यक्ति दावा कर रहा है कि वह ‘महादेव ऐप’ का मालिक है। आश्चर्य की बात है कि यह बात महीनों से इस मामले की जांच कर रही एजेंसी ईडी को भी अभी तक पता नहीं थी और दो दिन पहले तक ईडी उसे मैनेजर बता रही थी। छत्तीसगढ़ की जनता सब जान-समझ रही है। वह भाजपा और उसकी सहयोगी ईडी को चुनाव में करारा जवाब देगी।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे
फेसबुक, ट्विटरयूट्यूब, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, टेलीग्रामकू