रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर जिले के अंतर्गत कुल 7 विधानसभा सीट आती हैं. जिसमें धरसीवां, रायपुर(ग्रामीण), रायपुर सिटी (वेस्ट), रायपुर सिटी (नार्थ), रायपुर सिटी (दक्षिण), आरंग और अभनपुर विधानसभा शामिल है. जिसमें से 1 सीट रायपुर दक्षिण भाजपा के पास है, बाकी 6 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है. आज हम रायपुर पश्चिम विधानसभा सीट की बात करने जा रहे हैं. यह सीट सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित है. कांग्रेस के विकास उपाध्याय यहां से विधायक हैं.

साहू समाज का इस सीट पर है दबदबा:

रायपुर पश्चिम विधानसभा सीट में साहू समाज के वोटरों की संख्या अच्छी खासी है. यही वजह है कि यहां पर साहू समाज का दबदबा है. बात की जाए साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव की, तो रायपुर पश्चिम विधानसभा से 38 उम्मीदवारों ने अपना भाग्य आजमाया था. जिसमें से आठ साहू प्रत्याशी खड़े हुए थे.

रायपुर पश्चिम विधानसभा सीट का इतिहास:

विधानसभा चुनाव 2013 के दौरान भी राजेश मूणत और विकास उपाध्याय के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली थी. तब राजेश मूणत ने महज 6000 वोटों से जीत दर्ज की थी. विकास उपाध्याय ने जरूर मूणत को जोरदार टक्कर दी थी, लेकिन वे जीत से चूक गए थे. हार मिलने के बावजूद विकास उपाध्याय ने हार नहीं मानी और लगातार क्षेत्र में सक्रिय रहे. विकास उपाध्याय जनता की मांगों को लेकर लगातार आंदोलन करते रहे. यही वजह रही कि विधानसभा चुनाव 2018 में जनता ने विकास उपाध्याय को अपना प्रतिनिधि चुना.

क्या फिर विकास और राजेश की होगी भिड़ंत?:

आगामी विधानसभा चुनाव में एक बार फिर रायपुर पश्चिम विधानसभा सीट से विकास उपाध्याय और राजेश मूणत के बीच भिड़ंत होने की संभावना है. यदि दोनों ही दलों ने इन दोनों को अपना अपना उम्मीदवार बनाया है, तो फिर चुनाव में कांटे की टक्कर हो सकती है. हालांकि कांग्रेस विकास को और भाजपा राजेश को टिकट देगी या नहीं यह कह पाना मुश्किल है. बावजूद इसके दोनों ने ही पश्चिम विधानसभा चुनाव के लिए अभी से कमर कस ली है. विकास और राजेश दोनों ही क्षेत्र में सक्रिय नजर आ रहे हैं.

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