25 लोगों को बचाया गया ,नाव में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे

नई दिल्ली। उत्तरी अफ्रीकी देश लीबिया में एक नाव डूबने से 61 शरणार्थियों की जान चली गई है। लीबिया स्थित इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर माइग्रेशन ने कहा है कि नाव में कुल 86 लोग सवार थे।

इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर माइग्रेशन (IOM) ने कहा है कि माना जा रहा है कि लीबिया के उत्तर-पश्चिमी तट जुवारा से रवाना होने के बाद नाव ऊंची लहरों का शिकार हो गई। जिससे नाव में सवार 61 लोग डूब गए। ये सभी लोग नाइजीरिया, गाम्बिया और अन्य अफ्रीकी देशों से थे। जो लीबिया और ट्यूनीशिया के रास्ते इटली जा रहे थे। इटली के रास्ते यूरोप पहुंचने के लिए ये लोग खतरनाक समुद्री यात्राओं का जोखिम उठाते हैं।

IOM के अनुसार, नाव में सवार लोगों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे। इनमें से 25 लोगों को बचाया गया है। बचे हुए लोगों को लीबिया के डिटेंशन सेंटर में रखा गया है। बचे हुए सभी लोगों को चिकित्सा सहायता दी गई है और सभी अच्छी स्थिति में हैं।

एक साल में 2200 से अधिक लोगों की मौत

इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर माइग्रेशन के प्रवक्ता फ्लेवियो डि जियाकोमो के अनुसार, इस साल भूमध्यसागरीय प्रवासी मार्ग से आने वाले 2250 से अधिक लोगों की मौत डूबने की वजह से हुई है। यह भयानक आंकड़ा दिखात है कि समुद्र में लोगों की जान बचाने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।

इससे पहले जून 2023 में ग्रीस के दक्षिणी तट पर पेलोपोनीज क्षेत्र से करीब 75 किलोमीटर दूर प्रवासियों से भरी नाव डूब गई थी। इस नाव में 750 से ज्यादा लोग सवार थे। लेकिन सिर्फ 107 लोगों को ही बचाया जा सका था। वहीं, समंदर से 82 शव ही बरामद किया जा सका था।

जहाज में ज्यादातर सीरिया, पाकिस्तान और मिस्र के लोग थे। इस नाव हादसे में सिर्फ 107 लोग ही जीवित बचे थे। वहीं, सिर्फ 82 शव ही बरामद किया जा सका था। संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी के अनुसार, पिछले एक वर्ष में ट्यूनीशिया और लीबिया के रास्ते लगभग एक लाख 53 हजार लोग शरण लेने के लिए इटली पहुंचे हैं।

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