नेशनल डेस्क। देश में कोरोना वायरस का कहर एक बार फिर सामने आ रह है। दरअसल कोविड मामलों और भारत में कोविड के नए वैरिएंट JN.1 का पहला मामला सामने आने के बाद केंद्र सरकार हरकत में आ गई है। केंद्र ने राज्यों को एडवाइजरी जारी कर कहा है कि कोविड की स्थिति पर लगातार निगरानी बनाए रखें। एडवाइजरी में आगे कहा गया है कि राज्यों को नियमित आधार पर जिलेवार एसएआरआई और आईएलआई मामलों की रिपोर्ट और निगरानी करनी होगी। राज्यों को अधिक संख्या में RTPCR जांच बढ़ाने की सलाह दी गई है। वहीं, जीनोम अनुक्रमण के लिए पॉजिटिव सैंपल लैब में भेजें।

भारत में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 260 नए मामले सामने आए और उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 1,828 हो गयी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा रविवार सुबह आठ बजे अद्यतन किए गए आंकड़ों के अनुसार, मृतकों की संख्या बढ़कर 5,33,317 हो गयी है जबकि देश में कोविड-19 के कुल मामलों की संख्या 4.50 करोड़ (4,50,05,076) है। आंकड़ों के अनुसार, इस बीमारी से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,44,69,931 हो गयी है और स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 98.81 प्रतिशत है। संक्रमण से जान गंवाने की दर 1.19 फीसदी है। मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, देश में अभी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत 220.67 करोड़ खुराक दी गई हैं।

बता दें कि केरल में रविवार को चार लोगों की मौत हुई तथा 111 नए मामले सामने आए। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने रविवार को कहा था कि राज्य में मिला कोविड-19 का नया उपस्वरूप ‘जेएन.1′ चिंता का कारण नहीं है। उनका बयान भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के उस बयान के एक दिन बाद आया है जिसमें कहा गया था कि भारतीय सार्स-कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (आईएनएसएसीओजी) की नियमित निगरानी गतिविधि के तहत नया मामला मिला है।

नए उपस्वरूप के बारे में मीडिया से बात करते हुए, जॉर्ज ने कहा कि यह कुछ महीने पहले उन भारतीय यात्रियों में मिला था, जिनकी सिंगापुर हवाई अड्डे पर जांच की गई थी। उन्होंने लोगों को आश्वासन देते हुए कहा कि चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि यह हाल ही में केरल में जीनोम अनुक्रमण के माध्यम से पहचाना गया एक उप-स्वरूप है। मंत्री ने विशेष रूप से अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।