भारत के 18 दुश्‍मनों पर ‘सीक्रेट वार’ से पाकिस्‍तान में दशहत

इस्‍लामाबाद। पाकिस्‍तान में एक बार फिर से माफिया डॉन दाऊद इब्राहिम को लेकर चर्चा तेज हो गई है। दावा किया जा रहा है कि मुंबई बम हमलों के मास्‍टर माइंड दाऊद इब्राहिम को जहर दे दिया गया है। यही नहीं डॉन को कराची के एक अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है। पाकिस्‍तान की सरकार ने इस दावे पर अभी कोई बयान नहीं दिया है।

दाऊद को जहर दिए का यह दावा ऐसे समय पर आया है जब हाल के दिनों में पाकिस्‍तान में एक के बाद एक भारत के कई दुश्‍मनों को अब तक मौत के घाट उतारा जा चुका है। पाकिस्‍तान बार-बार बस यही कह रहा है कि ‘अज्ञात बंदूकधारियों’ ने लश्‍कर से लेकर कुख्‍यात खालिस्‍तानी आतंकियों को ठिकाने लगाया है। इससे ये आतंकी अब डर गए हैं और बिल में जाकर छिप गए हैं।

द संडे गार्डियन की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्‍तान में पनाह लिए भारत के दुश्‍मन अब ‘अज्ञात बंदूकधारियों’ के डर से घबरा गए हैं और वे डर के मारे भूमिगत हो गए हैं। कनाडा में हरदीप सिंह पन्‍नू की हत्‍या का मामला दुनियाभर में सुर्खियों में है और भारत-कनाडा के बीच राजनयिक विवाद पैदा हो गया है। वहीं पिछले दो साल में कम से कम 18 आतंकियों के खात्‍मे पाकिस्‍तान में किए गए हैं। इनमें से भी 16 की तो इस साल फरवरी से अब तक हो चुकी है। ये सभी 16 आतंकी या तो अभी या पहले भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे हैं।

पाकिस्‍तान के हर इलाके में हो रही हत्‍याएं

इनमें से ज्‍यादातर लश्‍कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्‍मद और हिज्‍बुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों के हैं जो दशकों से कश्‍मीर में खूनी हमले करते रहे हैं। इन आतंक‍ियों को पाकिस्‍तान के विभिन्‍न हिस्‍सों जैसे कराची, सियालकोट, नीलम घाटी, खैबर पख्तूनख्‍वा, रावलकोट, रावलपिंडी और लाहौर शामिल हैं। पाकिस्‍तान में इन सभी हत्‍याओं को एक ही तरह से अंजाम दिया गया है। इसमें एक अज्ञात बंदूकधारी मोटरसाइकिल से आता है और बहुत नजदीक से गोली मार देता है। इसके बाद कोई समझ पाए इससे पहले ही हमलावर फरार हो जाते हैं। यह सबकुछ कुछ सेकंडों में ही हो जाता है।

अधिकारियों का कहना है कि इस तरह तेजी के साथ बिना किसी चूक के हमले को अंजाम देना सालों से ट्रेनिंग पाए हमलावरों का ही काम हो सकता है। भारत ने इस पूरे मामले में टिप्‍पणी करने से इंकार किया है। पाकिस्‍तान की पुलिस ने अभी तक हत्‍यारों के बारे में कुछ भी साफ नहीं कहा है लेकिन आईएसआई पर्दे के पीछे से इन हत्‍याओं की पूरी जांच कर रही है। लश्‍कर, जैश और हिज्‍बुल के सूत्रों ने बताया कि उन्‍हें सबसे ज्‍यादा डर भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ का लग रहा है। उनका कहना है कि यह रॉ का ही काम है। आतंकी सूत्रों ने कहा कि इन हत्‍याओं के बाद से उनके आतंकियों में दहशत का माहौल है।

पाकिस्‍तान में हत्‍याएं, बौखलाई आईएसआई

खासकर आतंकी संगठनों में ऊपर के पदों पर बैठे कमांडरों में यह खौफ और भी ज्‍यादा है। उन्‍हें डर लग रहा है कि अज्ञात बंदूकधारी उन्‍हें भी पाकिस्‍तान के अंदर मार सकते हैं। उनका यह भी कहना है कि इन हत्‍याओं में कोई अंदर का ही मदद कर रहा है। वहीं पाकिस्‍तान के सुरक्षा प्रतिष्‍ठानों में काफी गुस्‍सा देखा जा रहा है। वे ये पता ही नहीं लगा पा रहे हैं कि इन हत्‍याओं को कौन अंजाम दे रहा है। वहीं तालिबानी भी पाकिस्‍तान में हो रही इन हत्‍याओं को लेकर काफी चर्चा कर रहे हैं।

पाकिस्‍तान में मारे गए लोगों की सूची –

साल 2023:
अदनान अहमद उर्फ हंज़ला अहमद, लश्कर-ए-तैयबा, दिसंबर, कराची
ख्वाजा शाहिद, लश्कर-ए-तैयबा, नवंबर, नीलम घाटी, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर
अकरम गाजी, लश्कर, नवंबर, खैबर पख्तूनख्वा
रहीम उल्लाह तारिक, जैश-ए-मोहम्मद, नवंबर, कराची.
दाऊद मलिक, जैश के मौलाना मसूद अजहर का करीबी सहयोगी, उत्तरी वजीरिस्तान
शाहिद लतीफ, जैश, अक्टूबर, सियालकोट
मौलाना रहमान, लश्कर, सितंबर, कराची
मुफ्ती कैसर, लश्कर, सितंबर, कराची
मोहम्मद रियाज ऊर्फ अबू कासिम, सितंबर, रावलकोट, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर
सरदार हुसैन अराइन, लश्कर, कराची
परमजीत पंजवार, खालिस्तान फोर्स, मई, जौहर टाउन, लाहौर.
खालिद बशीर, लश्कर, मई, लाहौर.
सैयद नूर शोलोबार (लश्कर और जैश दोनों के लिए काम किया), मार्च, खैबर पख्तूनख्वा
बशीर अहमद पीर, हिज्‍बुल मुजाहिद्दीन, फरवरी, रावलपिंडी
सैयद खालिद राजा, अल बद्र, फरवरी, कराची
ऐजाज अहमद अहंगार (कश्मीर में आईएसआई के ऑपरेशन के साथ निकटता से काम किया), फरवरी, अफगानिस्तान का कुनार प्रांत।

साल 2022:

ज़हूर मिस्त्री ऊर्फ ज़ाहिद अखुंद, लश्कर, मार्च, कराची
ज़फरउल्लाह जमाली, लश्कर, मार्च, कराची

साल 2021:

अब्दुल सलाम भुट्टा, लश्कर, मई।

साल 2018:
मोहम्मद इस्माइल, लश्कर-ए-तैयबा, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर, फरवरी।

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