नेशनल डेस्क। आज के समय में देखा जाए तो हर कोई अलग-अलग सोशल मीडिया पर मौजूद हैं। लेकिन इस बीच एक खबर आ रही है कि 2025 तक 50 प्रतिशत से ज्यादा उपभोक्ता सोशल मीडिया को या तो छोड़ देंगे या इसका उपयोग सीमित कर देंगे। इसका कारण गलत सूचना का प्रसार, हानिकारक यूजर आधार और बॉट्स का प्रचलन है।

दरअसल गार्टनर के एक सर्वे में खुलासा हुआ है कि 53 प्रतिशत उपभोक्ताओं का मानना है कि सोशल मीडिया की वर्तमान स्थिति पिछले साल या पांच साल पहले की तुलना में खराब हो गई है।

सोशल मीडिया में अपेक्षित जेनएआई उपयोग के प्रभाव के बारे में चिंता अधिक है और 10 में से 7 से अधिक उपभोक्ता इस बात से सहमत हैं कि सोशल मीडिया में जेनएआई के अधिक एकीकरण से यूजर्स अनुभव को नुकसान होगा। गार्टनर मार्केटिंग प्रैक्टिस के वरिष्ठ प्रमुख शोधकर्ता एमिली वीस ने कहा, “डिजिटल मार्केटिंग के लिए सोशल मीडिया टॉप निवेश चैनल बना हुआ है, लेकिन उपभोक्ता एक्टिव रूप से इसके उपयोग को सीमित करने की कोशिश कर रहे हैं।”

उन्होंने आगे कहा कि एक महत्वपूर्ण हिस्सा यह कहता है कि कुछ साल पहले की तुलना में वे अपनी खुद की लाइफ और कंटेंट को कम साझा कर रहे हैं। जैसे-जैसे सोशल मीडिया के उपयोग का प्रकृति और प्लेटफ़ॉर्म का अनुभव बदलता है, सीएमओ को प्रतिक्रिया में अपने ग्राहक अधिग्रहण और वफादारी प्रतिधारण रणनीतियों पर फिर से ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की क्षमता में विश्वास की कमी कुछ उपभोक्ताओं को एआई-मुक्त ब्रांड और इंटरैक्शन की तलाश करने के लिए प्रेरित करेगी। ब्रांडों का एक उपवर्ग एआई को छोड़ देगा और अधिक मानवीय स्थिति को प्राथमिकता देगा।