तस्वीर जारी कर लोगों को आंदोलन के लिए उकसाया…

बीजापुर। सीपीआई (माओवादी) दक्षिण सब जोनल ब्यूरो ने सुकमा-बीजापुर के सरहदी मेटटागुड़ा, एरनपल्ली और बोटट्टे तोंग में ड्रोन से बमबारी करने का आरोप लगाते हुए तस्वीर जारी की है। माओवादियों ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर एयर स्ट्राइक करने का आरोप लगाया है।

सीपीआई (माओवादी) दक्षिण सब जोनल ब्यूरो के प्रवक्ता समता की ओर से जारी बयान में कहा गया कि 13 जनवरी को जब लोग संक्रांति का त्योहार मना रहे हैं, तब बीजापुर जिले के बार्डर इलाके के गांव – मेट्टागुड़ा, एर्रानपल्ली, बोट्टेतोंग में खेत-खलिहान और जंगल इलाके में ड्रोन से बम गिराया गया है। जिसके विरोध में लोगों से आंदोलन करने का आह्वान किया गया है।

बयान में कहा गया कि छत्तीसगढ़ में चुनाव के बाद आरएसएस-भाजपा की बुलडोजर सरकार बनाने के बाद हजारों संख्या में पुलिस को तैनात कर नया कैंप बना रहे हैं। सैकड़ों बुलडोजर, पोकलेन और गाड़ियां चलाकर जंगल को विध्वंस करके कैंप और कैंप के लिए पुलिया, रोड, टॉवर बना रहे हैं. यह सब आदिवासी मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा के आदेश पर ही हो रहा है।

नक्सल संगठन ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री का आदिवासी चेहरा कारपोरेट कंपनियों को सेवा करने के लिए एक मुखौटा है। भाजपा सरकार का पॉलसी वहीं है। छत्तीसगढ़ राज्य आदिवासी बहुल इलाका और खनिज संपत्ति का भंडार है। कई अनेक सालों से इस भंडार को कारपोरेट कंपनियों का सौंप देने के लिए सरकार प्रयास कर रही है। इसी को विकास का नाम से ढोल पीट रहे हैं।