राजनांदगांव। अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में अब कुछ ही दिन शेष रह गई है। इसके मद्देनजर पूरे देशभर में तैयारियां अंतिम चरण में आ गई है। बता दें प्राण प्रतिष्ठा का उत्साह देशभर में दीपावली की तरह मनाई जाएगी।
इसी के तहत राजनांदगांव शहर के कई मंदिरों और घर परिवारों में तैयारी शुरू कर दी गई है, तो वहीं दीयों की मांग भी बढ़ गई है। इस दौरान कुम्हार प्रतिदिन हजारों दीयों के निर्माण में जुटे हुए हैं। अहंकारी रावण का वध करने के बाद वनवास पूरा कर अयोध्या लौटने पर भगवान श्रीराम के स्वागत में घर-घर दीप जलाकर दीपावली मनाया गया था।
एक बार फिर भगवान राम के अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण के प्राण प्रतिष्ठा का उत्साह दीपावली की तरह ही नजर आएगा। यहां दीपावली यानी दीयों की कतारे घर-घर नजर आयेगी और हर घर आंगन दीयों के रोशनी से जगमगा उठेगा। बता दें मंदिरों में रंग रोगन किए जा रहे हैं, तो वहीं घरों को भी आकर्षक लाइटों से सजाया जा रहा है।
ऐसे में दीयों की बढ़ती मांग को देखते हुए भी कुम्हार दोगुनी मेहनत कर दीयों की आपूर्ति बाजार में बनाए रखने में जुटे हुए हैं। कुम्हारों का कहना है कि दीपावली पर्व में जिस प्रकार से दीयों की मांग होती है। उसी तरह 22 जनवरी श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के उत्साह को मनाने भी दीयों की मांग बनी हुई है। दीयों का निर्माण करने वाले कुम्हार खिलावन प्रजापति और ओम प्रजापति ने बताया कि उन्हें लगभग 10 हजार दिए बनाने के ऑर्डर एक जगह से ही मिले हैं। तो वहीं लगभग 25 हजार दीयों का वे निर्माण कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इतने दिए सिर्फ दीपावली पर्व पर ही बिकते हैं।
22 जनवरी श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा पर अपने घर आंगन को रोशन करने के लिए दीयों की मांग बढ़ी हुई है। ऐसे में प्रतिदिन कुम्हार लगभग 1 हजार दीयों का निर्माण कर पाते हैं। मांग को देखते हुए वह अधिक समय देकर दीयों का निर्माण करने में जुटे हुए हैं। वहीं दीयों को पकाने में भी 10 से 15 दिन लग जाते हैं। ऐसे में उन्होंने इसकी तैयारी पहले ही शुरू कर दी थी। जिससे बाजार में भी पर्याप्त दीये फिलहाल उपलब्ध हैं।