अयोध्या। अयोध्या राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान का आज चौथा दिन हैं। मुख्य कार्यक्रम 22 जनवरी को होगा। इस बीच, गर्भगृह से भगवान राम के बालरूप मूर्ति की पहली तस्वीर सामने आई है। श्याम वर्ण की इस मूर्ति में वह कमल के फूल पर खड़े नजर आए। मूर्ति अभी ढकी हुई है। भगवान राम की यह मूर्ति 51 इंच की बनी हुई है।

इसको मैसूर के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने तैयार किया है। वहीं प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान शुक्रवार को भी जारी रहेंगे। 22 जनवरी के कार्यक्रम को लेकर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

जानें रामलला की इस मूर्ति से जुड़ी खास बातें :

रामलला इस विग्रह में 5 वर्ष के बालक रूप में. यह मूर्ति 51 इंच की है। भक्तों को मूर्ति के दर्शन लगभग 35 फुट दूर से ही करने होंगे।

राम मंदिर की पहली मंजिल पर भगवान राम का दरबार होगा. राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का कहना है कि, “राम दरबार में राम, सीता और हनुमान की भी मूर्ति रहेगी। अभी ये मूर्तियां बनाई जा रहीं हैं। “

चंपत राय ने बताया कि देश के काबिल वैज्ञानिकों की मदद से यह सुनिश्चित किया गया है। इसी वजह से मूर्ति की ऊंचाई 51 इंच निर्धारित की गई है।

यह मूर्ति लगभग डेढ़ टन की है और पूरी पत्थर की है। मूर्ति बनाते वक़्त इस बात का ख़ास ध्यान रखा गया है कि अगर उसे जल या दूध से स्नान कराया जाए तो पत्थर पर कोई प्रभाव न पड़े. यही नहीं, अगर उस पानी को पिया जाए तो उसका भी कोई दुष्परिणाम न हो।

बता दें तीन मूर्तिकारों ने तीन अलग-अलग पत्थरों पर रामलला की मूर्ति बनाई थी जिसमें से एक मूर्ति का चयन हुआ। चंपत राय ने बताया कि बाकी सभी मूर्तियां ट्रस्ट के पास रहेंगी।

चंपत राय के अनुसार, भगवान राम की मौजूदा प्रतिमाएं जिनकी उपासना, सेवा, पूजा पिछले 70 साल (1950 से) से हो रही है, वे भी नए मंदिर के मूल गर्भगृह में रखी जाएंगी।