अयोध्या। नवनिर्मित राम मंदिर में सोमवार को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद आधी रात से ही श्रद्धालुओं का दर्शन के लिए जमावड़ा लगने लगा हुआ है। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ से कई बार काबू से बाहर होती दिखी। भक्तों की भारी भीड़ से पूरी व्यवस्था चरमरा गई है। होटल, पांडाल, धर्मशाला हो या आश्रम, पूरी तरह भर गए हैं। बस अड्डे और रेलवे स्टेशन पर भी कहीं पैर रखने भर की जगह नहीं बची है।

मंदिर प्रशासन ने भक्तों से किया अनुरोध

भक्तों की भारी भीड़ देखते हुए मंदिर प्रशासन ने भक्तों से अनुरोध किया है कि वे हड़बड़ी में तुरंत दर्शन के लिए न आएं, बल्कि वे बाद में दर्शन के लिए पहुंचें, जिससे व्यवस्था बनाने में सहूलियत हो। साथ ही मंदिर में दर्शन के लिए प्रवेश करने के लिए अभी तक एक द्वार पुरुषों के लिए और एक द्वार महिलाओं के लिए बनाया गया था। इसे बढ़ाकर अब तीन द्वार पुरुषों के लिए और तीन द्वार महिलाओं के लिए कर दिया गया है। अनुमान है कि इससे अब तक अयोध्या पहुंच चुके सभी भक्तों को दर्शन मिल जाएगा। इसके बाद आने वाले भक्तों के लिए व्यवस्था बनाने में सुविधा हो जाएगी।

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट सूत्रों के अनुसार, उन लोगों का अनुमान था कि मंदिर बनने के बाद एक से डेढ़ लाख लोग प्रतिदिन दर्शन करने के लिए पहुंच सकते हैं, लेकिन पहले ही दिन पांच लाख से ज्यादा भक्तों ने रामलला के दर्शन किए। भक्तों की इतनी भीड़ से पूरी व्यवस्था चरमरा गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तुरंत पूरी व्यवस्था को चाक-चौबंद करने का आदेश दिया और भीड़ संभालने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों की व्यवस्था की। अयोध्या आने वाली बसों और ट्रेनों को भी सीमित करना पड़ा है। योगी की अपील के बाद ही भक्तों की संख्या पर नियंत्रण लगाना संभव हो सका।

अयोध्या के स्थानीय प्रशासन को भी इतनी भारी भीड़ को संभालने का कोई अनुभव नहीं था, लिहाजा स्थिति गड़बड़ हो गई। मूलभूत सुविधाओं की भी कमी हर जगह महसूस की गई। हालांकि, प्रशासन का अनुमान है कि अब आने वाले समय में भीड़ को नियंत्रित करना संभव हो सकेगा।

भाजपा की भी बड़ी संख्या में पूरे देश से भक्तों को राम मंदिर लाकर भगवान का दर्शन कराने की योजना है। इसे 23 जनवरी से ही शुरू कर दिया गया है, जो 25 मार्च तक चलेगा। लेकिन अयोध्या के हालात को देखते हुए रामलला के दर्शन के लिए ले जाने वाली संख्या में कुछ कमी की जा सकती है।

ट्रस्ट को राम नवमी को स्थिति संभालने की चिंता

श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को अभी से इस बात की चिंता है कि यदि अभी से भक्तों की इतनी बड़ी संख्या दर्शन के लिए अयोध्या आ रही है, तो रामनवमी के दिन बहुत बड़ी संख्या में भक्त अयोध्या पहुंच सकते हैं। इस भीड़ को संभालना ट्रस्ट और प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकता है। जानकारी के अनुसार, मंदिर और स्थानीय प्रशासन पहले से ही भक्तों की संख्या का अनुमान कर व्यवस्था करने की तैयारी करेगा।