नई दिल्ली/रायपुर । पीएम मोदी की ‘मन की बात’ कार्यक्रम का आज 109वां एपिसोड हैं। यह एपिसोड इसलिए भी खास है क्योंकि यह साल का पहला कार्यक्रम है। आज रविवार को इस साल के पहले मन की बात की और देशवासियों से रूबरू हुए। बता दें कि मन की बात’ कार्यक्रम 22 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों के अलावा फ्रेंच, चीनी, इंडोनेशियाई, तिब्बती, बर्मी, बलूची, अरबी, पश्तू, फारसी सहित 11 विदेशी भाषाओं में प्रसारित किया जाता है।

आज इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने छत्‍तीसगढ़ में हाथियों से बचाव के लिए पिछले कई सालों से रेडियो पर प्रसारित हो रहे हमर हाथी हमर गोठ कार्यक्रम के साथ पद्म सम्मान से सम्‍मानित छत्तीसगढ़ के हेमचंद मांझी का भी जिक्र किया।

पीएम मोदी ने कहा, रेडियो की ताकत कितना बदलाव ला सकती है, इसकी एक अनूठी मिसाल छत्तीसगढ़ में देखने को मिल रही है। बीते करीब सात वर्षों से यहां रेडियो पर एक लोकप्रिय कार्यक्रम का प्रसारण हो रहा है, जिसका नाम है ‘हमर हाथी-हमर गोठ’। उन्होंने कहा रेडियो की ताकत कितना बदलाव ला सकती है, इसकी एक अनूठी मिसाल छत्तीसगढ़ में देखने को मिल रही है।

पीएम ने कहा नाम सुनकर आपको लग सकता है कि रेडियो और हाथी का भला क्या कनेक्‍शन हो सकता है, लेकिन यही तो रेडियो की खूबी है। ‘हमर हाथी-हमर गोठ’ कार्यक्रम में बताया जाता है कि हाथियों का झुण्ड जंगल के किस इलाके से गुजर रहा है।

छत्तीसगढ़ के वैद्यराज हेमचंद मांझी की चर्चा की

पीएम मोदी ने हमर हाथी-हमर गोठ कार्यक्रम के अलावा अपने मन की बात में उन हस्तियों को भी याद किया जिन्हे इस साल पद्म सम्मान से सम्मानित किया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘इस बार छत्तीसगढ़ के वैद्यराज हेमचंद मांझी को भी पद्म सम्मान मिला है। हेमचंद मांझी भी आयुष चिकित्सा पद्धति की मदद से लोगों का इलाज करते हैं। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में गरीब मरीजों की सेवा करते हुए उन्हें पांच दशक से ज्यादा का समय हो रहा है।

वहीं, सुश्री यानुंग अरुणाचल प्रदेश की रहने वाली हैं और हर्बल औषधीय विशेषज्ञ हैं। इन्होंने आदि जनजाति की पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली को पुनर्जीवित करने के लिए काफी काम किया है। इस योगदान के लिए उन्हें इस बार पद्म सम्मान भी दिया गया है।’