विश्वविद्यालय खुलने के 59 वर्षों बाद कामर्स की शुरू होगी पढ़ाई

रायपुर। उच्चशिक्षा को रोजगार से जोड़कर शिक्षा पूर्ण होते ही विद्यार्थियों कैंपस से ही रोजगार मिलने वाली शिक्षा की शुरूआत जल्द ही पं. रविशंकर विवि में होने वाली है। पं.रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय (PRSU) कैंपस से एमकाम, होटल मैनेजमेंट, फोरेंसिक साइंस और चार वर्षीय बीएड करने का सपना संजोने वाले छात्रों के लिए अच्छी खबर है। ये सभी कोर्स विश्वविद्यालय कैंपस में अगले शैक्षणिक सत्र से शुरू होने की संभावना है।

विश्वविद्यालय को कोर्स शुरू करने की अनुमति मिल गई है। विश्वविद्यालय प्रबंधन सेटअप तैयार करने में जुट गया है। विश्वविद्यालय परिसर में कामर्स नहीं होने के कारण छात्र यहां से एम.काम नहीं कर पाते थे। विश्वविद्यालय से संबद्ध कालेजों से ही एम.काम की पढ़ाई करने का विकल्प था। अब छात्रों को परिसर से एम.काम करने का विकल्प मिल जाएगा।

पीएचडी शोध केंद्र भी शुरू होगा


विश्वविद्यालय खुलने के 59 वर्षों बाद कामर्स की पढ़ाई शुरू होगी। अभी तक विश्वविद्यालय में सिर्फ साइंस और आर्ट्स की पढ़ाई होती थी। इससे संबंधित 29 अध्ययनशाला विश्वविद्यालय में हैं। एम.काम की पढ़ाई के लिए विश्वविद्यालय में अलग से अध्ययनशाला बनाया जाएगा। साथ ही पीएचडी शोध केंद्र भी शुरू होगा।

विशेषज्ञों ने बताया कि अभी तक कामर्स से संबंधित शोध कालेजों में होते थे। कालेजों में संसाधनों की कमी रहती थी, विश्वविद्यालय में शोध के लिए पर्याप्त संसाधन रहेंगे। विश्वविद्यालय इंडस्ट्री और बाजार की मांग के अनुरूप पाठ्यक्रम तैयार कर छात्रों को रोजगार दिलाने में मदद करेगा।

वर्तमान में एम.काम में जिस पाठ्यक्रम की पढ़ाई हो रही है, वह बहुत ही पुराना है। इसके कारण छात्रों को रोजगार के लिए भटकना पड़ रहा है। विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने बताया कि बड़ी-बड़ी इंडस्ट्री से एमओयू कर छात्रों को कैंपस प्लेसमेंट के माध्यम से रोजगार प्रदान किया जाएगा।

होटल मैनेजमेंट की 30 सीटों पर होगा प्रवेश

विश्वविद्यालय में मास्टर आफ होटल मैनेजमेंट के दो वर्षीय पीजी कोर्स की पढ़ाई भी अगले सत्र से शुरू हो रही है। स्व-वित्तीय पाठ्यक्रम में अभी 30 सीटें निर्धारित हैं। छात्रों की मांग के अनुसार सीटों को बढ़ाया भी जा सकता है। होटल मैनेजमेंट पाठ्यक्रम शुरू होने से छात्र होटल प्रबंधन, पर्यटन के क्षेत्र में करियर बना सकते हैं। यहां पर छात्रों को प्रबंधन, संचार, मल्टी टास्किंग, टीमवर्क, ग्राहक सेवा, समस्या-समाधान जैसे व्यावहारिक चीजें पढ़ाई जाएंगी। पढ़ाई करने के बाद छात्र खुद का होटल, रेस्त्रां, इवेंट प्लानिंग कंपनी खोलकर उद्यमी बन सकते हैं।

चार वर्षीय बीएड की पढ़ाई होगी शुरू

राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अंतर्गत आने वाले दिनों में शिक्षक बनने के लिए सिर्फ चार वर्षीय बीएड ही मान्य होंगे। पीआरएसयू में अगले सत्र से बीएबीएड, बीएससी बीएड, बीकाम बीएड की पढ़ाई शुरू होगी। शुरुआत में 50 सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा।

नेशनल काउंसिल फार टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) से कोर्स शुरू करने की अनुमति मिल गई है। प्रदेश के किसी भी विश्वविद्यालय में अभी चार वर्षीय बीएड की पढ़ाई नहीं होती है। बीएड में छात्रों को 12वीं के बाद सीधे प्रवेश दिया जाएगा। अभी बीएड दो वर्ष का चल रहा है।

इस तरह से छात्रों को स्नातक और बीएड करने में पांच वर्ष समय लगता है। चार वर्षीय बीएड शुरू होने से छात्रों का एक वर्ष का समय भी बचेगा। दो वर्षीय बीएड की पढ़ाई 2030 तक होगी, इसके बाद सिर्फ चार वर्षीय बीएड की पढ़ाई होगी। दो वर्षीय बीएड कालेज खोलने के लिए मान्यता नहीं दी जा रही है।