नगर पालिका पर फिर कांग्रेस का कब्जा, जानिए किसे कितना वोट मिले

बालोद। अविश्वास प्रस्ताव में वोटों के उलटफेर में शिबू नायर अध्यक्ष पद को बचाए रखने में सफल रहे। अविश्वास प्रस्ताव 11-11 मतों से निरस्त हो गया।
पालिका क्षेत्र के कुल 27 वार्डों में से 25 वार्डों के पार्षदों ने वोटिंग में हिस्सा लिया, जिसमें वार्ड नंबर 8 और 23 के पार्षद अनुपस्थिति रहे। इसमें एक भाजपा और एक कांग्रेस का था।

टोटल 27 पार्षदों में से कांग्रेस के 9 पार्षद एवं भाजपा के 13 पार्षद थे। वहीं निर्दलीय 5 पार्षद थे। बावजूद इसके अध्यक्ष के समर्थन में 11 वोट, बीजेपी के समर्थन में 11 वोट पड़े। वहीं 3 वोट निरस्त हुए। इस तरह शिबू नायर अपने अध्यक्ष पद को बचाए रखने में सफल हुए और अविश्वास प्रस्ताव निरस्त हो गया।

भाजपा द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव निरस्त होने के बाद कांग्रेसियों में खुशी की लहर देखने को मिली। कांग्रेसियों ने नगर में पटाखे फोड़ मिठाइयां बांटकर खुशी जाहिर की। साथ ही नगर पालिका अध्यक्ष के साथ कांग्रेसियों ने नगर में रैली निकाली। नगर पालिका अध्यक्ष शिबू नगर ने कहा कि मैं सभी पार्षदों को लेकर चलूंगा और अधूरे कार्यों को भी पूर्ण करने की पूरी कोशिश करूंगा।

जिले के सबसे बड़े नगर पालिका दल्लीराजहरा में कांग्रेसियों ने फिर से अपना कब्जा जमाया। यहां बीजेपी पार्षदों ने कांग्रेस समर्थित पालिका अध्यक्ष शिबू नायर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए आवेदन किया था, जिस पर आज पीठासीन अधिकारी सुरेश कुमार साहू की उपस्थिति में अविश्वास मत पर मतदान कराया गया।