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इस लिस्ट में कई पोस्टिंग ऐसी की गई है, जो पहली बार है। इसमें सबसे हैरान करने वाले वे 5 नाम हैं, जिन्हें नक्सलियों से सीधी लड़ाई के लिए बनाए कैंप में पोस्टिंग की गई है। इसका मतलब यह है कि इन्हें कैंप में ही रहना होगा। इन पांच अफसरों को भूपेश सरकार का बेहद करीबी अफसर मानकर पोस्टिंग की गई है। इनमें से एक अफसर बीते 5 सालों से परिवहन विभाग को सेवाएं दे रहे थे।

रायपुर। बुधवार शाम को गृह विभाग ने एडिशनल एसपी की जंबो ट्रांसफर लिस्ट निकाली है। प्रदेश के 76 एडिशनल एसपी का तबादला किया गया है। इनमें तीन अफसर वे हैं जो पिछली सरकार में परिवहन विभाग को सेवाएं दे रहे थे। इस लिस्ट में कई पोस्टिंग ऐसी की गई है, जो पहली बार है। इसमें सबसे हैरान करने वाले वे 5 नाम हैं, जिन्हें नक्सलियों से सीधी लड़ाई के लिए बनाए कैंप में पोस्टिंग दी गई है। इसका मतलब यह है कि इन्हें कैंप में ही रहना होगा। इन पांच अफसरों को भूपेश सरकार का बेहद करीबी अफसर मानकर पोस्टिंग की गई है। इनमें से एक अफसर बीते 5 सालों से परिवहन विभाग को सेवाएं दे रहे थे। इनकी सेवाएं गृह विभाग को वापस देते हुए सीधे कैंप की जिम्मेदारी दी गई है। इन पांचों के अलावा कई अफसरों काे कैंप में तो नहीं भेजा गया, लेकिन नक्सल क्षेत्रों में ऑपरेशन और अन्य जिम्मेदारियां दी गई हैं।

पांच अफसरों की बात करें तो पहला नाम पंकज शुक्ला का है। वे सीएम सिक्योरिटी में थे, जिन्हें सुकमा के चिंतागुफा कैंप का एडिशनल एसपी बनाया गया है। सीएम सिक्योरिटी में जितने भी इस रैंक के अफसर थे, उनमें पंकज शुक्ला को पूर्व सीएम भूपेश बघेल का बेहद खास माना जाता था। 76 अफसरों की लिस्ट में 22वें नंबर पर इन्हीं का नाम आता है। इसके बाद दुर्ग में एडिशनल एसपी सिटी रहे संजय ध्रुव का नाम सूची में 47वें नंबर पर है। विधानसभा चुनावों के वक्त चुनाव आयोग  ने उन्हें दुर्ग से हटाकर पीएचक्यू अटैच कर दिया था। इसे भी सजा मानी जा रही थी। आयकर और ईडी के छापे के दौरान संजय ध्रुव एजेंसियों के अफसरों से सीधे मोर्चा लेते देखे गए। यही वजह है कि ये काफी समय से भाजपा के निशाने पर थे। इतना ही नहीं महादेव बुक के पूरे कारनामे में इनकी भूमिका अहम मानी जा रही थी।

संजय ध्रुव के बाद नाम आता है अभिषेक माहेश्वरी का। लिस्ट में 54वें नंबर पर इनका नाम है। रायपुर में क्राइम और सिटी के एडिशनल एसपी का जिम्मा एक साथ संभाल रहे अभिषेक माहेश्वरी का तबादला चुनाव से पहले बिलासपुर ग्रामीण के एडिशनल एसपी के तौर पर किया गया था, लेकिन चुनाव आयोग ने शिकायतों के आधार पर इन्हें भी पीएचक्यू अटैच कर दिया था। अब उन्हें सरकार ने धुर नक्सल क्षेत्र सुकमा के जगरगुंडा कैंप का एडिशनल एसपी बनाया है। इन्हें भी पूर्ववर्ती भूपेश सरकार का बेहद करीबी अफसर बताया जाता है। 2018 में रायपुर में डीएसपी क्राइम बनाए जाने के बाद से इन्हें लगातार क्रीम पोस्टिंग दी गई। 2018 दिसंबर में कांग्रेस सरकार आने के बाद दो महीने रायपुर में इन्हें थोड़ी परेशानी हुई, लेकिन इसके बाद सीएमओ के अफसरों से अच्छे संबंध हो जाने की वजह से इन्हें भूपेश सरकार में बिल्कुल भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा।  इस दौरान रायपुर में एडिशनल एसपी क्राइम के साथ-साथ इंटेलिजेंस विंग के एआईजी की जिम्मेदारी भी इनके पास थी।

लिस्ट में चौथा नाम 59वें नंबर पर रायगढ़ के एडिशनल एसपी संजय कुमार महादेवा का है। इन्हें नारायणपुर के घोड़ाई कैंप में भेजा गया है। ये भी पिछली सरकार के बेहद करीबी अफसरों में रहे हैं। पांचवा नाम थोड़ा हैरान करने वाला है। 2007 बैच के अंशुमान सिसोदिया को परिवहन विभाग से हटाकर सीधे दंतेवाड़ा के अरनपुर कैंप भेजा गया है। बताया जा रहा है कि इन्हें नक्सल क्षेत्र में दोबारा भेजने के पीछे की वजह गृह मंत्री विजय शर्मा हैं। परिवहन विभाग में होने की वजह से इन्हें पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर का करीबी बताकर नक्सल क्षेत्र में भेजा गया है।

इसके बाद अगर अन्य अफसरों बात करें तो सीएम सिक्योरटी में रहे प्रमोद गुप्ता को सीएएफ के कबीरधाम बटालियन, धीरेंद्र पटेल को ऑपेरशन गरियाबंद, मुकेश ठाकुर को ऑपरेशन राजनांदगांव, रोहित झा को एआईजी इंटेलिजेंस की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा डीसी पटेल को ऑपरेशन मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी, अभिषेक वर्मा को ऑपरेशन सुकमा, आकाश राव गिरपुंजे को सुकमा का एडिशनल एसपी बनाया गया है। एक और हैरान करने वाली पोस्टिंग हुई है, जो विवेक शुक्ला को मुंगेली के ऑपरेशन की जिम्मेदारी दी गई है। मुंगेली में ऑपरेशन पोस्टिंग कई लोगों को हैरान कर रही है।

एनआईए की तर्ज पर एसआईए, यूनिट की घोषणा से पहले दो अफसरों की पोस्टिंग

छत्तीसगढ़ में बुधवार को ही कैबिनेट की बैठक हुई। इसमें एक बड़ा फैसला एसआईए यूनिट को लेकर किया गया। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एसआईए) होगी। इसकी घोषणा से पहले ही दो अफसरों की पोस्टिंग कर दी गई। करीब 4 साल से एसीबी-ईओडब्ल्यू में पदस्थ पंकज चंद्रा और अमृता सोरी को एसआईए का एडिशनल एसपी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह यूनिट प्रदेश में आतंकवाद, नक्सलवाद, वापपंथी, उग्रवादी जैसे विशेष मामलों के त्वरित और बेहतर जांच व अभियोजन के लिए बनाया गया है। यह एनआईए के राज्य नोडल एजेंसी के तौर पर काम करेगी।