रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ की गई टिप्पणी छत्तीसगढ़ के नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत को भारी पड़ने वाली है। चुनाव आयोग ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और छत्तीसगढ़ पुलिस को एफआईआर का आदेश दिया है। अब पुलिस एफआईआर का रास्ता खंगाल रही है कि किन धाराओं में एफआईआर की जाए। भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने गुरुवार को दिल्ली में इस मामले को उठाया तो भारत निर्वाचन आयोग ने गंभीरता से लिया और शुक्रवार को एफआईआर का आदेश दे दिया। बता दें कि चरणदांस महंत ने 3 अप्रैल को भूपेश बघेल की नामांकन रैली के दौरान नरेंद्र मोदी को लाठी मारने की बात कही थी। जब इस बात पर मामला बढ़ा तो उन्होंने छत्तीसगढ़ी न समझने वाले लोगों को लेकर बयान जारी किया और कहा कि जो लोग छत्तीसगढ़ी नहीं समझते, वे लोग मेरी बात का बतंगड़ बना रहे हैं।

इस बयान को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि हम भी मोदी का परिवार हैं। दम है तो हम पर लाठी चलाएं। वहीं वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने भी इस पर बयान जारी किया। दिल्ली में बीजेपी की नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस के हेट स्पीच का मामला उठाया तो बात आगे बढ़ गई। चूंकि महंत कांग्रेस पार्टी के स्टार प्रचारक हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई जिला निर्वाचन अधिकारी या फिर राज्य का मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी नहीं कर सकता है। इस वजह से मुख्य निर्वाचन आयुक्त के कार्यालय से एफआईआर का आदेश जारी किया गया है। पुलिस उलझी हुई है कि महंत के खिलाफ किस धारा में एफआईआर की जाए।