गाजियाबाद। गाजियाबाद में राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने भाजपा और पीएम मोदी पर निशाना साधा। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बेरोजगारी और नौजवानों का मुद्दा उठाया तो राहुल गांधी ने इलेक्टोरल बॉन्ड के मुद्दे पर भाजपा को घेरा।

लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की। सात साल बाद अखिलेश यादव के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बुधवार को गाजियाबाद में राहुल गांधी ने कहा कि यह चुनाव विचारधारा का चुनाव है। यह चुनाव लोकतंत्र और संविधान बचाने का चुनाव है। राहुल गांधी ने भाजपा पर मुद्दों से भटकाने का आरोप लगाया। राहुल गांधी ने दावा किया कि भाजपा महज 150 सीटों पर सिमट कर रह जाएगी।

‘लोकतांत्रिक सिस्टम को खत्म करने की कोशिश’

राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आगे कहा, ‘यह चुनाव विचारधारा की लड़ाई का चुनाव है। एक ओर आरएसएस और भाजपा है, जो लोकतांत्रिक सिस्टम को खत्म करने की कोशिश कर रही है। दूसरी ओर इंडिया गठबंधन संविधान और लोकतंत्र को बचाने की कोशिश कर रहा है। बेरोजगारी और महंगाई समेत चुनाव में कई बड़े मुद्दे हैं, मगर भाजपा 24 घंटे मुद्दों से भटकाने की कोशिश करती रहती है। इंडिया गठबंधन एनडीए का सफाया कर देगा।’

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अमेठी से चुनाव लड़ने पर इनकार नहीं किया। राहुल गांधी से प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पूछा गया कि क्या वह अमेठी या रायबरेली से लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। इस पर राहुल गांधी ने कहा कि यह अच्छा प्रश्न है। मुझे पार्टी से जो भी आदेश मिलेगा, मैं उसका अनुसरण करूंगा। हमारी पार्टी में सभी फैसले (कैंडिडेट का चयन) कांग्रेस कार्यकारी समिति लेती है।’ बता दें कि राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने आखिरी प्रेस कॉन्फ्रेंस 2017 में लखनऊ में की थी।

अखिलेश ने क्या-क्या कहा?

वहीं, अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत राम नवमी की बधाई देते हुए की। अखिलेश यादव ने कहा, ‘पहले चरण का चुनाव यूपी में होने जा रहा है। पश्चिम से चलने वाली हवा पूरे यूपी और देश का माहौल बदल देगी। गाजियाबाद से गाजीपुर तक इंडिया गठबंधन बीजेपी का सफाया करेगी। किसान दुखी हैं, बीजेपी के वादे झूठे। न किसान की आय दुगुनी हुई न तो रोजगार मिला। चुनावी बॉन्ड ने इनका बैंड बजा दिया। बीजेपी सभी भ्रष्टाचारियों का गोदाम बन गई है। भ्रष्टाचारियों ने जो कमाया है, उसे भी अपने साथ बीजेपी कर रही है। डबल इंजन की सरकार का दावा करनेवाली बीजेपी के पोस्टर में अब डबल नहीं दिखाई दे रहे हैं। जो एक हैं, वो भी चुनाव के बाद गायब हो जाएंगे।’