पत्थलगांव। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के पत्थलगांव सिविल अस्पताल में डॉक्टर की लापरवाही और अस्पताल में बिजली ना होने की वजह से एक मरीज की मौत हो गयी। दरअसल 40 वर्षीय युवक का डायलिसिस नहीं हो पाया और उसकी असमय मौत हो गई।

मिली जानकारी के अनुसार, करंगाबहला निवासी 40 वर्षीय युवक ऋषिकेश बारीक जो किडनी की बीमारी से जूझ रहा था। उसका डायलिसिस कराने के किये उसके परिजन सिविल अस्पताल पत्थलगांव लेकर आये थे। जहां उसका डायलिसिस होना था, इसी बीच लगातार बिजली आने-जाने की वजह से मरीज का डायलिसिस नहीं हो पा रहा था। जिससे बिजली से चलने वाली ऑक्सीजन मशीन की सप्लाई मरीज को नहीं मिल पाई। जिसके कारण मरीज की मौत हो गयी।
बिजली विभाग और सिविल अस्पताल पर परिजनों ने लगाया गंभीर आरोप
इस मामले में परिजनों ने बिजली विभाग और सिविल अस्पताल पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया और नेशनल हाइवे पर चक्काजाम किया। गौरतलब है कि सोमवार सुबह बिजली का हर दस मिनट में गुल होने के कारण और अस्पताल का जनरेटर खराब होने के कारण 40 वर्षीय ऋषिकेश बारीक डायलिसिस नहीं हो पाया और उसकी असमय मौत हो गई है।
सिविल अस्पताल के डॉ. शेखर ने बताया कि मुझे पेशेंट को देखने बुलाया गया था पर मेरे आने से पहले धड़कन और सांस रूक चुकी थी,जिसके बाद सीपीआर देकर बचाने की कोशिश की गई पर उन्हें नहींं बचाया जा सका।
मौके पर पहुंचे तहसीलदार
डायलिसिस टेक्नीशियन मनोज कुमार ने बताया कि सुबह पेशेंट को 9 बजे असपताल डायलिसिस के लिए लाया गया था पर बिजली के लगातार गुल होने के कारण डायलिसिस नहीं कर पाए। मृतक के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही पर एफआईआर की मांग को लेकर एनएच 43 पर चक्काजाम कर दिया। मौके पर तहसीलदार व पत्थलगांव एसडीओपी ने पहुंच कर समझाइए दी व चक्काजाम खुलवाया।
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