रायपुर। लोकसभा चुनावों के बीच सट्‌टा मार्केट भी अपनी रिपोर्ट तैयार कर रहा है। मार्केट ने पीएम नरेंद्र मोदी के दावों की हवा निकाल दी है। आचार संहिता लगने के बाद से लेकर पहले चरण की वोटिंग से पहले तक जो सट्‌टा मार्केट भाजपा को 331 सीटें जिता रहा था, उसी सट्‌टा मार्केट ने तीसरे चरण से ठीक एक दिन पहले भाजपा का ग्राफ गिरा दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 सौ सीटों के जीतने का दावा कर रहे हैं, लेकिन सट्‌टा मार्केट से मिल रही रिपोर्ट की मानें तो भाजपा की सीटें वर्तमान हाल तक 3 सौ से भी कम हो रही हैं। तीसरे चरण की वोटिंग से पहले मार्केट ने भाजपा को 296 से 299 पर ला दिया। वहीं जो कांग्रेस पहले चरण से पहले 40 सीटें जीत रही थी, वहीं कांग्रेस अब 65 सीटें जीतती दिख रही है। तीन दिन पहले तक भाजपा की संख्या 303 से ज्यादा थी। तीसरे चरण के मतदान से पहले भाजपा की सीटें कम होने का असर शेयर मार्केट में भी पड़ा है। सोमवार को जब बाजार खुला तो कई कंपनियों के शेयर के दाम कम थे। इससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि मतदान के बीच भाजपा का ग्राफ गिर रहा है। हालांकि रिपोर्ट से यह भी स्पष्ट है कि भले ही बीजेपी की सीट कम हो रही है, लेकिन केंद्र में सरकार बनाने की स्थिति में बीजेपी ही है।

मार्केट की रिपोर्ट मानें तो पहले चरण की वोटिंग से भाजपा 331 सीटें जीत रहीं थी। पहला चरण पूरा होने के बाद जिस तरह की रिपोर्ट आई, उसके अनुसार भाजपा की सीटें कम हो रहीं थी। ऐसे में सट्‌टा मार्केट ने भाजपा के सीटों की संख्या 308 से 311 पर ला दिया। यानी कि पहले चरण के बाद भाजपा को 20 सीटों पर नुकसान बताया। दूसरे चरण की वोटिंग तक यहीं संख्या चल रही थी, लेकिन वोटिंग के बाद फिर भाजपा के सीटों की संख्या गिराई और अब 303 पर ला दिया। तीसरे चरण की वोटिंग से ठीक पहले सीटों की संख्या तीन सौ से नीचें चलीं गई। इससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि वोटिंग के बाद भाजपा को 285 से 290 के बीच ही सीट मिलती दिखेगी।

गुजरात, एमपी में पिछली बार की तरह प्रदर्शन, राजस्थान में कम हो रहीं बीजेपी की सीटें

ये तो देशभर की सीटों का हाल हो गया, लेकिन अगर राज्यों के अनुसार बात करें तो बीजेपी गुजरात और मध्यप्रदेश में पिछली बार की तरह ही प्रदर्शन कर रही है। गुजरात में 26 और मध्यप्रदेश में 28 सीटें भाजपा जीतते दिख रहीं हैं, लेकिन राजस्थान में भाजपा को बड़ा नुकसान होते दिख रहा है। 2019 में सभी 27 सीटें जीतने वाली भाजपा इस बार 19 सीटें ही जीतते दिख रही है। छत्तीसगढ़ में बीजेपी को एक सीट का फायदा दिख रहा है। रिपोर्ट के अनुसार भाजपा 10 सीटें जीत रही है। इसी तरह उत्तराखंड में सभी 5, हिमाचल प्रदेश में 4, दिल्ली में 6, हरियाणा में 5, उत्तरप्रदेश में 65,  झारखंड में 11, कर्नाटका में बीजेपी-जेडीएस गठबंधन को 20, पश्चिम बंगाल में बीजेपी को 21, तमिलनाडू में 3, ओडिशा में 12, पंजाब में 2, तेलंगाना में 6 और बिहार में 15 सीटों पर बीजेपी जीत दर्ज कर रही है। असम में बीजेपी, एजीपी और यूपीपीएल गठबंधन 12 सीटें जीत रहा है।

तमिलनाडू में सबसे ज्यादा सीटें जीत रहीं INDI अलायंस

दूसरी तरफ INDI अलायंस की बात करें तो कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बन कर सामने आ रही है। कांग्रेस को 65 सीटें मिल रही हैं, जिनमें राजस्थान में 8, मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ में 1-1 सीटें जीतते दिख रहीं है। 50 से ज्यादा सीटें कांग्रेस गैर हिन्दी भाषी राज्यों से जीत रही है। पश्चिम बंगाल में तृणमुल कांग्रेस 24, आंध्रप्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस 11, तमिलनाडू में INDI अलायंस 35 सीटें जीत रही है। यूपी में इंडी अलायंस को 15 सीटें ही मिल रहीं हैं। हालांकि तीसरे चरण की वोटिंग के बाद आंकड़े बदल सकते हैं और बीजेपी की सीट और कम हो सकती है।