रायपुर। सीधी भर्ती में दिव्‍यांग कोटा के तहत उद्यानिकी विभाग में नौकरी हासिल करने वाले 9 ग्रामीण उद्यान अधिकारियों को बर्खास्‍त कर दिया गया है। इन सभी का दिव्‍यांगता प्रमाण पत्र फर्जी साबित हुआ है।

शिकायत के बाद हुई जांच

जांच में खुलासा हुआ कि इन लोगों ने नौकरी प्राप्‍त करने के लिए गलत प्रमाण पत्रों का उपयोग किया है। इसके आधार पर अब उन्‍हें नौकरी से बर्खास्‍त कर दिया गया है। बर्खस्‍त किए गए सभी कर्मचारी सीधी भर्ती के माध्‍यम से सेवा में आए थे।

उद्यानिकी विभाग में फर्जी दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनवाकर सरकारी नौकरी कर रहे लोगों की नामजद सूची प्रस्तुत करते हुए इन सभी को राज्य मेडिकल बोर्ड से शारीरिक परीक्षण कराकर बर्खास्त करने के संबंध में मांग की गई थी। जिसे गंभीरता से लेते हुए संचालक, उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी के वरिष्ठ अधिकारी द्वारा 2 अप्रैल 2024 को पत्र जारी किया गया, जिसमें संबंधित अधिकारियों को फर्जी एवं गलत तरीके से दिव्यांगता प्रमाण पत्र के आधार पर शासकीय नौकरी कर रहे ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारियों के दिव्यांगता का राज्य मेडिकल बोर्ड से शारीरिक परीक्षण के उपरांत बर्खास्त करने आदेश जारी किया।

सीधी भर्ती में उठाया था फायदा

बता दें कि वर्ष 2016 एवं 2018 में सीधी भर्ती के तहत दिव्यांग कोटे को अपना आधार बनाकर तंदुरुस्त लोगों ने भी इसका फायदा उठाते हुए सरकारी नौकरी हासिल कर ली थी। बाद में 9 लोगों की नामजद सूची प्रस्तुत करते हुए इनका शारीरिक परीक्षण करने की मांग की गई थी।

इन सभी को किया गया बर्खास्त

(1) राहुल पाटले ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी पोस्टिंग गरियाबंद (2) गौतम कुमार कश्यप ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी पोस्टिंग गरियाबंद (3) श्रवण कुमार ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी पोस्टिंग बिलासपुर (4) दिनेश कुमार चन्द्रा ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी पोस्टिंग सक्ती (5) चंद्रशेखर साहू ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी पोस्टिंग सक्ती(6) अमन राठौर ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी पोस्टिंग बलौदाबाजार (7) जितेन्द्र कुमार कोसले ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी पोस्टिंग जगदलपुर (8) पूजा पहारे ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी पोस्टिंग मुंगेली (9) सतीश कुमार नवरंग ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी पोस्टिंग मुंगेली।