टीआरपी डेस्क। दुनिया के कई देशों में कोविड-19 वैक्सीन पर सवालों के बीच सिंगापुर में इस महामारी के मामलों में बेतहाशा वृद्धि देखी गई है। इसके लिए FLiRT वेरिएंट को जिम्मेदार बताया जा रहा है। सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्री ओंग ये कुंग ने शनिवार को फिर से मास्क पहनने की सलाह दी।

उधर, भारत में अभी कुल सक्रिय मामले 576 हैं। यहां FLiRT वेरिएंट के 91 केस सामने आए हैं। हालांकि, गंभीरता या कोई अलग लक्षण का केस नहीं मिला है। FLiRT के केस महाराष्ट्र के अलग-अलग इलाकों में मिले हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि सरकार नई लहर के असर पर कड़ी नज़र रख रही है। 5 से 11 मई के सप्ताह में कोरोना के मामले पिछले हफ्ते के 13,700 से करीब दोगुना होकर 25,900 पर पहुंच गए। इसी अवधि में अस्पतालों में कोविड-19 के मरीजों के भर्ती होने की संख्या भी 181 से बढ़कर 250 हो गई। अस्पतालों में बेड की कमी न हो, इसके लिए सरकारी अस्पतालों को गैर-जरूरी वैकल्पिक सर्जरी में कटौती करने और उचित रोगियों को देखभाल सुविधाओं में पहुंचाने का निर्देश दिया है।

स्ट्रेट्स टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, स्वास्थ्य मंत्री ओंग ये कुंग ने कहा- हम लहर के शुरुआती हिस्से में हैं और यह लगातार बढ़ रही है। अगले 2 से 4 हफ्ते में लहर (वेव) पीक पर होनी चाहिए, यानी मिड जून और माह के आखिर हिस्से के बीच।
लॉकडाउन और सामाजिक दूरी जैसे प्रतिबंधों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ऐसे सामाजिक प्रतिबंध लागू करने की अब तक कोई योजना नहीं है, क्योंकि सिंगापुर में कोविड-19 को एक स्थानिक बीमारी के रूप में देखा जाता है। एडिशनल उपाय लागू करना आखिरी ऑप्शन होगा।

स्वास्थ्य मंत्री ओंग ने हाई रिस्क कोरोना संक्रमण को लेकर कहा है कि 60 साल और उससे अधिक उम्र के लोग, स्वास्थ्य के लिहाज से कमजोर और ओल्ड ऐज देखभाल सुविधाओं के निवासी, जिन्होंने पिछले 12 महीने में वैक्सीनेशन नहीं कराया है, उन्हें तुरंत कोविड-19 वैक्सीन का एक्स्ट्रा डोज लगना चाहिए।

हालाकि, स्वास्थ्य मंत्री ओंग ने इस बात को स्वीकार किया है कि सिंगापुर एक ट्रांसपोर्ट और कम्युनिकेशन हब है। इसलिए यह दूसरे शहरों की तुलना में पहले कोरोना की नई लहर का सामने करने वाला शहर होगा। कोविड-19 एक ऐसी चीज़ है, जिसके साथ हमें रहना होगा। हर साल हमें एक या दो वेव की उम्मीद करनी चाहिए।