राहुल गांधी
राहुल गांधी

नई दिल्ली। चुनाव के नतीजों के बाद सोमवार को कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर बैठक की और राहुल गांधी की संसदीय सीट को लेकर फैसला किया। बैठक के बाद खड़गे ने कहा कि राहुल गांधी वायनाड सीट लस इस्तीफ़ा देंगे और रायबरेली सीट अपने पास रखेंगे। इसके बाद प्रियंका गांधी वाड्रा वायनाड लोकसभा सीट के उपचुनाव में कांग्रेस की उम्मीदवार होंगी। इस मीटिंग में सोनिया गांधी के साथ राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और केसी वेणुगोपाल भी शामिल हुए। खड़गे ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि हम सबने बैठक में यह तय कर लिया कि राहुल गांधी रायबरेली सीट अपने पास रखेंगे, क्योंकि रायबरेली पहले से भी उनके काफी नजदीक रही है। उस परिवार के साथ जुड़ाव है और पीढ़ियों से वहां से लड़ते आए हैं। इसलिए वहां के लोगों और पार्टी के लोगों का भी कहना है कि वह रायबरेली की सीट अपने पास रखें। वायनाड के लोगों का प्यार भी राहुल को मिला है। वे लोग चाहते हैं कि राहुल वायनाड में ही रहें, लेकिन कानून इसकी इजाजत नहीं देता। इसलिए वायनाड सीट से प्रियंका गांधी वाड्रा चुनाव लड़ेंगी।

दरअसल लोकसभा चुनाव 2024 में वह केरल के वायनाड और यूपी की रायबरेली से चुनाव जीते थे। जीत के बाद उन्होंने वायनाड से इस्तीफा देने के संकेत दिए थे। उन्होंने पिछले सप्ताह लोकसभा सचिवालय से आर्टिकल 240 (1) का तहत इस्तीफा देने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी मांगी थी। 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वायनाड से सीपीआई की एनी राजा को 3 लाख 64 हजार से अधिक वोटों से हराकर जीत दर्ज की थी। वह रायबरेली से भी 3.5 लाख वोटों से जीते थे। 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी अमेठी और वायनाड से चुनाव लड़े थे। अमेठी में वह हार गए थे, मगर वायनाड में 4.31 वोटों से जीत दर्ज की थी। 2019 के चुनाव में उन्होंने पी पी सुनीर को हराया था। 2009 में भी कांग्रेस के एम आई शानवास की वायनाड लोकसभा सीट से जीत मिली थी। अब इस सीट पर होने वाले उपचुनाव में प्रियंका गांधी चुनाव मैदान में उतरेंगी।

बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए प्रियंका ने कहा कि मैं इस फैसले से बहुत खुश हूं। वायनाड का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए गर्व की बात होगी। मैं एक अच्छा प्रतिनिधि बनने की कोशिश करुंगी। रायबरेली से मेरा पुराना रिश्ता है। मैंने रायबरेली और अमेठी के लिए काफी काम किया है। मैं भैया की मदद रायबरेली में भी करुंगी। हम दोनों वायनाड और रायबरेली में एक-दूसरे की मदद भी करेंगे।

कांग्रेस आलाकमान की यह बैठक राहुल गांधी के रायबरेली या वायनाड सीट छोड़ने पर मची ऊहापोह को लेकर आयोजित की गई थी। इस मीटिंग में सत्र में कांग्रेस की रणनीति को लेकर भी चर्चा होने की संभावना है।