रायपुर/बलौदाबाजार। बलौदाबाजार में हुआ बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। सरकार के एक्शन के बाद भीम आर्मी, जोगी कांग्रेस, कांग्रेस के बयानों से माहौल गर्म है। इन्हीं सब मुद्दों को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने बलौदा बाजार में लगाई गई धारा 144 को हटाने की बजाये 20 जून तक के लिए प्रभावी रखा है। कहीं न कहीं प्रशासन अब भी अशांति के अंदेशे को देखते हुए और सियासी पार्टियों के दावों-बयानों की वजह से 20 जून तक धारा 144 लागु रखने का फैसला लिया है। भीम आर्मी के प्रमुख सांसद चंद्रशेखर आजाद ने भी कहा है कि, जल्द मैं रायपुर पहुंच कर पीड़ित परिवारों से मिलूंगा। उन्होंने एक्स पर लिखा कि सतनामी समाज कि पवित्र अमरगुफा को तोड़ने और जैतखाम को काटकर फेंकने कि घटना के सम्बन्ध में शासन द्वारा महीने भर से ज्यादा समय में भी कार्रवाई न करने पर भीम आर्मी व अन्य संगठन द्वारा शांतिपूर्वक ज्ञापन देने के दौरान असामाजिक तत्वों द्वारा किये गए कृत्यों के लिए प्रशासन द्वारा सभी कार्यकर्ताओं का बर्बरतापूर्वक दमन बेहद पीड़ादायक और निंदनीय। निर्दोष लोगों पर कार्रवाई से सतनामी समाज में डर का माहौल बन गया है। ऐसा लगता है कि किसी बदले की भावना से यह सब किया जा रहा है।

हिंसा के विरोध में कांग्रेस 18 जून को एक दिवसीय प्रदेश स्तरीय धरना भी करेगी। हिंसा के विरोध में कांग्रेस 18 जून को एक दिवसीय प्रदेश स्तरीय धरना भी करेगी। प्रदेश के सभी जिलों में प्रदर्शन किया जाएगा जिसके लिए 33 प्रभारियों को नियुक्त किया गया है। रायपुर शहर और ग्रामीण में पीसीसी चीफ दीपक बैज मोर्चा संभालेंगे, चरणदास महंत को कोरिया की जिम्मेदारी दी गई है। ज्योत्सना महंत कोरबा शहर की प्रभारी बनाई गईं हैं । इसी तरह जोगी कांग्रेस के बैनर तले अमित जोगी दाल-बल समेत आमरण अनशन में बैठने का एलान कर चुके हैं। इन सब के अलावा पूर्व सीएम भूपेश बघेल का दावा है कि, इसकी निष्पक्ष जांच कराई जाए तो आरोपी बीजेपी के ही नेता निकलेंगे। भूपेश बघेल ने अमरकंटक में कहा कि बलौदाबाजार हिंसा पर भाजपा के नेता षड़यंत्र को छिपाने के लिए हम पर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। हिंसा मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए तो आरोपी भी वही लोग निकलेंगे। भाजपा अपनी कमजोरी छिपाने के लिए अनर्गल बात कर रही है ।

अब तक 132 लोगों की गिरफ्तारी

कलेक्ट्रेट और SP ऑफिस में आगजनी मामले में लगातार पुलिस कार्रवाई कर रही है। भीम रेजिमेंट के रायपुर संभाग के अध्यक्ष जीवनराम को 15 जून को गिरफ्तार किया गया। बताया जा रहा कि जीवराखन जगदलपुर से विशाखापत्तनम भागने की तैयारी में था। इधर कांग्रेस, बीजेपी और अन्य नेताओं ने घटनाक्रम की जांच के लिए प्रशासन की जांच कमेटी की तर्ज पर जांच समिति बनाकर अपने अपने अंदाज़ में पुरे घटनाक्रम पर आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति कर मुद्दे को गर्माने की कोशिश में है।