पटना। बिहार में विकास की अगर बात हो और इसके लिए हाथ-पैर भी जोड़ना पड़े तो सीएम नीतीश कुमार इससे पीछे हटने वाले नहीं हैं। कई मौकों पर उन्होंने इस बात को साबित कर दिया है। आईएएस अधिकारी हो या फिर पुल बनाने वाला इंजीनियर, सीएम सबके आगे हाथ-पैर जोड़ रहे हैं। बुधवार (10 जुलाई) को नीतीश कुमार पुल निर्माण को लेकर इंजीनियर से बात करते-करते अचानक अपनी सीट से उठ गए और कहा कि मैं आपका पैर छू लेता हूं। इसके बाद वह जाने लगे। हालांकि मौके पर मौजूद अधिकारी (आईएएस प्रत्यय अमृत) ने हाथ जोड़ लिया हुए सीएम नीतीश कुमार को रोक लिया।

बिहार की राजधानी पटना में गायघाट से कंगन घाट तक मरीन ड्राइव का विस्तार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को इसके तीसरे फेज का उद्घाटन करने पहुंचे थे। तभी अचानक वो कंपनी के प्रोजेक्ट इंजीनियर को बुलाकर हाथ जोड़ने लगे और पैर छूने की कोशिश की। यह नजारा देखकर वहां मौजूद दोनों उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा और सम्राट चौधरी समेत सभी पदाधिकारी अचंभित रह गए। सीएम ने इंजीनियर से कहा कि आप सबके सामने बताइए कि निर्माण कार्य कब तक पूरा होगा।

इस पर प्रोजेक्ट इंजीनियर ने कहा कि इसे जल्द पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद नीतीश कुमार ने कहा कि हम चाहते हैं पूरे प्रोजेक्ट का काम सही से हो जाए, इसलिए हमने इन्हें मीडिया के सामने बुलाकर कहा है कि आप सबके सामने यह स्वीकार कीजिए।

बता दें, सीएम नीतीश कुमार ने पहले चरण में 24 जून, 2022 को दीघा से पीएमसीएच तक का लोकार्पण किया था। इसके बाद दूसरे चरण का लोकार्पण 14 अगस्त 2023 को पीएमसीएच से गायघाट तक किया गया। अब तीसरे चरण के अंतर्गत गायघाट से कंगन घाट तक का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद लोकार्पण किया। इसके साथ ही मार्ग पर लोगों और वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है।

अब सोनपुर और हाजीपुर की ओर आने-जाने वाले लोगों के लिए आसानी होगी। गंगा नदी के किनारे विकसित किए जा रहे मरीन ड्राइव पथ में दीघा से गायघाट तक साढे 12 किलोमीटर सड़क पर परिचालन हो रहा है। वहीं तीसरे चरण में गायघाट से कंगन घाट तक की बात करें तो अब इसके बीच करीब 17 किलोमीटर जेपी गंगा पथ का निर्माण पूरा हो गया है। जेपी पथ की शुरुआत सीएम नीतीश कुमार ने साल 2013 में की थी। इस पथ को कच्ची दरगाह से बिदुपुर तक बन रहे सिक्स लेन पुल से जोड़ने की योजना है। रिपोर्ट के अनुसार इस प्रोजेक्ट की लागत 6000 करोड़ रुपए है।