रायपुर। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने बंगाल और छत्तीसगढ़ में बढ़ती रेप की घटनाओं पर केंद्र और साय सरकार को आड़े हाथ लिया। वे राजीव भवन में पत्रकारों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की बात करें तो रायपुर के बस स्टैण्ड में बलात्कार का मामला हो। भिलाई के एक डीपीएस स्कूल में चार साल के बच्ची के साथ यौन उत्पीड़न का मामला हो। रायगढ़ के पुसौर में एक आदिवासी महिला के साथ 14 लोगो के द्वारा किया गया दुष्कर्म का मामला हो। जशपुर में एक बच्ची के साथ सामूहिक दूराचार का मामला हो। कोण्डागांव में एक महिला के साथ दुष्कर्म का मामला हो।

सुप्रिया ने कहा किसी भी महिला के खिलाफ उत्पीड़न शोषण का पूरे आधी आबादी के खिलाफ का मामला है। यह सब समाज और पुरुषों पर धब्बा है। दुर्घटना होती है तो सरकार क्या करती है? सरकार दुराचारी को बचाने में जुट जाती है, सरकार लीपा पोती में जुट जाती है, सरकार रायपुर के सामूहिक बलत्कार को एक व्यक्ति के द्वारा किया गया रेप बताती है। 20-20 दिन तक कोण्डागांव में FIR नहीं लिखी जाती है। लोग आंदोलित होते हैं, सड़कों पर आते है। बदलापुर में 500 लोगो को रेल पटरी में जाम करना पड़ा तो पांच दिन बाद आरोपी को पकड़ा गया और 24 घंटे बाद FIR लिखी गयी। सरकार क्या करती है और सरकार किसके साथ खड़ी रहती है।

सुप्रिया ने सवाल पूछा क्या सरकार सत्ता में बैठे लोग इस देश के बेटियो के साथ खड़े है? क्या महिलाओं के साथ खड़े है? चाहे दिल्ली हो चाहे उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ हो संरक्षण हमेशा आरोपियो को मिलता है। सुप्रिया ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पिछले 8 महीने में बलात्कार के लगभग 600 मामले सामने आये हैं।

सुप्रिया के आरोपों का भाजपा ने दिया ये जवाब…

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता केदारनाथ गुप्ता ने महिलाओं के साथ हो रहे अपराधों को लेकर कांग्रेस नेताओं द्वारा की जा रही ओछी राजनीति पर तीखा हमला बोला है। गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता व मीडिया चेयरपर्सन सुप्रिया श्रीनेत को छत्तीसगढ़ में महिला सुरक्षा जैसे संवेदनशील मुद्दे पर पत्रकार वार्ता लेकर घड़ियाली आंसू बहाने से पहले छत्तीसगढ़ के कांग्रेस शासनकाल की करतूतों को खंगाल लेना था। भूपेश सरकार के कार्यकाल में महिलाओं पर हुए अत्याचार-आनाचार की करतूतों को जानने के बाद श्रीनेत इस तरह का मिथ्या प्रलाप नहीं करतीं।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता गुप्ता ने भाजपा कार्यालय में प्रेस ब्रीफ के दौरान पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि कांग्रेस का समूचा राजनीतिक चरित्र शुरू से महिला विरोधी रहा है। नैना साहनी, जेसिका लाल की हत्या के मामलों की याद दिलाते हुए गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस प्रवक्ता श्रीनेत आज जिस कुर्सी पर बैठी हैं, कभी उस कुर्सी पर बैठने वाली कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता राधिका खेड़ा के साथ इसी छत्तीसगढ़ में क्या कुछ नहीं घटा? उन्हें कमरे में बंद करके उनसे दुर्व्यवहार किया गया और कांग्रेस के प्रदेश से लेकर केंद्रीय नेतृत्व तक आंसू बहातीं राधिका खेड़ा ने गुहार लगाई, लेकिन जब उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई तो विवश होकर कांग्रेस से उनको इस्तीफा देना पड़ा।

गुप्ता ने श्रीनेत से सवाल किया कि वह बताएँ कि प्रियंका चतुर्वेदी और महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुष्मिता देव ने कांग्रेस क्यों छोड़ी? गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस में महिलाओं का न कोई सम्मान है, और न ही महिलाओं का आत्म-सम्मान सुरक्षित है। कांग्रेस की भूपेश सरकार के एक मंत्री ने महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामलों को छोटी और साधारण घटना और तत्कालीन महिला आयोग की अध्यक्ष ने दुष्कर्म की घटनाओं को आपसी सहमति से बना संबंध बताकर महिलाओं के आत्म-सम्मान को रौंदने का काम तक किया था।