रायपुर। छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार के स्वास्थ्य मंत्री का एक अखबार में छपा आलेख चर्चा का विषय बन गया है। मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पत्रकारिता पर लिखे आलेख में उल्लेख किया है कि उनकी विष्णुदेव साय की सरकार ने छत्तीसगढ़ के पत्रकारों के हित में कई बड़े फैसले लिए हैं। उन्होंने इन योजनाओं का उल्लेख भी अपने लेख में किया है। अब वरिष्ठ पत्रकार और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सलाहकार रहे रुचिर गर्ग ने सोशल मीडिया फेसबुक में सबसे पहले कांग्रेस की सरकार के कार्यकाल के दौरान भूपेश बघेल द्वारा पत्रकारों के हित में लिए गए फैसलों का जिक्र किया है। उन्होंने अखबार में छपे आलेख को भी अटैच किया है, जिसमें स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कई काम गिनाये हैं।

रुचिर गर्ग ने कटाक्ष करते हुए लिखा है कि सच यह है कि ये वो काम हैं, जिन्हें तब के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर उनकी सरकार ने किया। उन्होंने लिखा है कि जायसवाल जी को पूरा हक है कि अपनी सरकार के कामों का पूरा श्रेय लें, लेकिन कम से कम इतनी ईमानदारी की अपेक्षा है कि जो काम रिकॉर्ड में पिछली सरकार के किए हुए दर्ज हों, जिन कामों के लाभार्थी गवाही देने के लिए मौजूद हों उन कामों का ऐसा श्रेय न लें।
आखिर में रुचिर गर्ग ने लिखा है कि उम्मीद तो यह की जानी चाहिए कि इन कामों को थोड़ा आगे बढ़ाएं। यह हास्यास्पद से भी आगे शर्म का मामला है।
बहरहाल आप भी इस पोस्ट और मंत्री जी के आलेख पर नजर डालिये और अपने तरीके से इसकी समीक्षा करिये :
तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपना पहला बजट रखने के लिए सदन में जाने की हड़बड़ी में थे। पहले बजट में पत्रकारों के लिए…
Posted by Ruchir Garg on Wednesday, September 25, 2024