रायपुर। गैंगस्टर अमन साव (साहू) को आज गंज थाने की पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के बीच JMFC कोर्ट में पेश किया। दोनों पक्षों की जिरह सुनने के बाद न्यायाधीश ने अमन को 28 अक्टूबर तक जेल भेज दिया। बताया गया है कि पुलिस ने अमन की और रिमांड नहीं मांगी।

बताया जा रहा है कि अमन साव से पूछताछ में कई अहम जानकारी मिली है। छत्तीसगढ़ में उसके गैंग की गतिविधियों को लेकर पुलिस ने पूछताछ की है।

इन वारदातों में संलिप्तता उजागर

अमन ने चार वारदातों में संलिप्तता स्वीकार की है। एसएसपी संतोष कुमार सिंह, एएसपी क्राइम संदीप मित्तल, डीएसपी क्राइम संजय सिंह समेत 8 अफसरों की टीम अमन साव से पूछताछ की।साव ने रायपुर में शंकरनगर में 2023 में हुई फायरिंग, अप्रैल-मई में अग्रसेन चौक के पास फायरिंग की साजिश और पीआरए कंस्ट्रक्शन पर फायरिंग के अलावा 2022 में कोरबा में एक ठेकेदार के दफ्तर में फायरिंग में भी अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। झारखण्ड के गैंगस्टर अमन साव का गिरोह कारोबारियों से रंगदारी की वसूली के लिए इस तरह फायरिंग करके भय का माहौल पैदा करता है। सबसे अहम बात यह है कि अमन साव झारखण्ड की जेल में बैठ कर वसूली का यह कारोबार संचालित कर रहा है।