रायपुर। बागेश्वर धाम के प्रमुख, पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री, इस समय छत्तीसगढ़ के दौरे पर हैं। मीडिया से बातचीत में उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर खुलकर अपनी राय व्यक्त की। हिंदू राष्ट्र की मांग पर उन्होंने कहा, जब वे गजवा ए हिंद की बात करते हैं, तो हमने भगवा ए हिंद की बात की है। इसमें कुछ भी गलत नहीं है।

प्रयागराज महाकुंभ में साधुओं की दुकान आवंटन की मांग पर उन्होंने कहा, जो लोग सनातन परंपरा को नहीं समझते, वे संतों का सम्मान कैसे कर सकते हैं? पंडालों में आग लगने की घटनाएं और अन्य प्रायोजित घटनाएं यह साबित करती हैं कि कुछ लोग एंटी-सनातनी हैं और उन्हें सनातन से समस्या है। ऐसे लोगों का महाकुंभ में कोई स्थान नहीं है।

जात-पात मिटाने निकलेगी पदयात्रा

पदयात्रा का उद्देश्य: पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने एक पदयात्रा की घोषणा की, जो 21 से 29 नवंबर तक बागेश्वर धाम से निकाली जाएगी। उन्होंने कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य जात-पात और भेदभाव को समाप्त कर भारत को एकजुट करना है। उन्होंने कहा आगे कहा कि हमें देश से जात-पात के भेदभाव को खत्म करना है और भारत को भव्य बनाना है। अब वक्त ‘करो या मरो’ का है।

हिंदू एकता पर संदेश

लगातार हो रही बयानबाजी पर प्रतिक्रिया देते हुए, पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा, अगर हिंदू आपस में बंटे रहे तो वे आसानी से टूट जाएंगे। लेकिन यदि हम एकजुट रहेंगे तो कोई भी हमें तोड़ नहीं पाएगा। उन्होंने दोहराया कि हिंदू राष्ट्र की मांग में कुछ भी गलत नहीं है और कहा, तुम मेरा साथ दो, मैं हिंदू राष्ट्र दूंगा।