0 कलेक्टर के निरीक्षण में मामला हुआ उजागर तो…

बिलासपुर। कलेक्टर अवनीश शरण ने शनिवार के दिन जयराम नगर स्थित आत्मानंद स्कूल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान परिसर में गंदगी मिली और शिक्षकों में स्वेच्छाचारिता का ये आलम था कि हाजिरी रजिस्टर पर तो उनके हस्ताक्षर थे मगर वे स्कूल से ही नदारद थे। और तो और एक शिक्षक ने आने वाले सोमवार के दिन की भी हाजिरी लगा दी थी। ऐसा नजारा देख कर गुस्साए कलेक्टर ने प्राचार्य समेत 5 शिक्षकों को निलंबित करने का निर्देश जारी कर दिया।

स्कूल की प्राचार्य भी थीं नदारद

कलेक्टर अवनीश शरण ने बिलासपुर जिले के सीमांत इलाके में बन रही सड़कों के अलावा स्वास्थ्य सेवाओं, धान की फसल और स्कूलों का अवलोकन भी किया। इस दौरान उन्होंने जयराम नगर स्थित स्वामी आत्मानंद स्कूल का अवलोकन किया और यहां की प्राचार्या समेत 5 शिक्षकों को निलंबित करने के निर्देश दिए। ये सभी अनधिकृत रूप से स्कूल से नदारद थे। एक शिक्षक ने तो आने वाले दिन सोमवार का भी अपना हाजिरी रजिस्टर में चढ़ा दिया था।

भोजन व्यवस्था भी ठीक नहीं

पूर्व की भूपेश बघेल सरकार ने प्रतिभावान विद्यार्थियों की अच्छी पढ़ाई के लिए स्वामी आत्मानंद विशेष विद्यालयों की शुरुआत की थी। इन स्कूलों का हाल भी दूसरे सरकारी स्कूलों की तरह होता जा रहा है। सोचने वाली बात यह है कि शिक्षक ही नहीं प्राचार्य भी हाजिरी रजिस्टर पर दस्तखत करके गायब रहते हैं। ऐसे में वहां बच्चों की पढ़ाई कैसे होती होगी। जयरामनगर स्थित इस आत्मानंद विद्यालय में कलेक्टर को पहले तो गन्दगी मिली, और जब रजिस्टर का अवलोकन किया तो प्राचार्य तथा शिक्षकों के हस्ताक्षर थे, मगर वे नदारद थे। बच्चों से चर्चा के दौरान पता चला कि यहां मध्याह्न भोजन के मेनू का भी पालन नहीं किया जा रहा है।

कलेक्टर ने जिन शिक्षकों के विरुद्ध निलंबन की अनुशंसा की है, उनमें स्वामी आत्मानंद स्कूल जयराम नगर की प्राचार्या श्रीमती एम मोइत्रा, व्याख्याता एलबी मनोज कुमार तिवारी, व्याख्याता एलबी उषा महानंद, व्याख्याता एलबी प्रदीप कुमार राठौर और संकुल समन्वयक गणेश राम मिरी शामिल हैं। डीपीआई और संयुक्त संचालक शिक्षा को यथा नियम निलंबन के प्रस्ताव भेजे जा रहे हैं।

भूअर्जन से संबंधित मामले की ली जानकारी

कलेक्टर अवनीश शरण ने बिलासपुर जिले की सीमा में ढेका से मुड़पार तक राष्ट्रीय राजमार्ग ऑथोरिटी (NHAI) द्वारा बनाए जा रहे सड़क मार्ग का निरीक्षण किया। ढेका के नजदीक भू अर्जन संबंधी कुछ मामले लगभग दो साल से लंबित हैं। उन्होंने स्थल निरीक्षण कर मामले को समझा और एसडीएम बिलासपुर को आगे की कार्रवाई के लिए निर्देश दिए। इसी तरह बिलासपुर से उरगा राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण की लगभग 17 किलोमीटर सड़क की सीमा इस जिले में आती है। उन्होंने सीमांत ग्राम मुड़पार तक दौरा कर निर्माण कार्य की प्रगति देखी और गुणवत्ता से हरगिज समझौता नहीं करने के निर्देश दिए।

स्वास्थ्य अमले के लिए बने आवास हैं खाली

कलेक्टर ने जयराम नगर और मस्तुरी में स्वास्थ्य व्यवस्था का भी जायज़ा लिया। उन्होंने पीएचसी जयराम नगर में भवन के रिनोवेशन कार्य को तुरंत शुरू करने के निर्देश दिए। इसके लिए आरइएस विभाग को ढाई लाख रुपए दिए गए हैं। उन्होंने अस्पताल के विभिन्न वार्डों का अवलोकन किया और दवाइयों की उपलब्धता की जानकारी ली।

अस्पताल परिसर में डॉक्टरों और स्टाफ के निवास के लिए 6 फ्लैट्स के उपयोग नहीं होने पर उन्होंने इसकी जांच के निर्देश दिए। कलेक्टर ने आगे मस्तुरी सामुदायिक अस्पताल का भी निरीक्षण किया। उन्होंने नए बने अस्पताल भवन में पुराने अस्पताल को शिफ्ट करने का निर्देश दिया। इस दौरे में एसडीएम अमित सिन्हा, बिलासपुर एसडीएम पीयूष तिवारी, राष्ट्रीय राजमार्ग ऑथोरिटी के अधिकारी भी मौजूद रहे।