महासमुंद। खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में महासमुंद जिले में पंजीकृत किसानों से धान खरीदी की प्रक्रिया 14 नवंबर से शुरू होगी। जिले के कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने धान खरीदी की प्रक्रिया को सुचारू और व्यवस्थित ढंग से संचालित करने तथा पारदर्शी और प्रभावी बनाने के लिए जिला एवं अनुविभाग स्तर के 75 अधिकारियों को धान खरीदी केंद्रों की निगरानी और नियंत्रण के लिए जिला स्तरीय नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। जिले की 6 तहसीलों में 182 उपार्जन केन्द्र बनाए गए हैं।
उन्होंने धान खरीदी के सफल क्रियान्वयन के लिए नोडल अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है कि उपार्जन केंद्रों पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं जैसे बारदाने की उपलब्धता, परिवहन सुविधाएं, और भुगतान हेतु आवश्यक राशि की समुचित व्यवस्था हो। उन्होंने अधिकारियों को खरीदी की तिथि से पूर्व आबंटित केंद्रों का निरीक्षण कर सभी तैयारियों की आपूर्ति सुनिश्चित करने कहा है।
कलेक्टर लंगेह ने नोडल अधिकारियों को खरीदी प्रक्रिया के दौरान प्रत्येक सप्ताह कम से कम एक बार अपने केंद्रों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए है। निरीक्षण के दौरान धान खरीदी प्रक्रिया की समीक्षा, उपलब्ध धान स्टॉक का सत्यापन, और पुराने एवं नए बारदानों का भौतिक परीक्षण करने तथा निरीक्षण के बाद, अधिकारी रिपोर्ट तैयार कर जिला कार्यालय में प्रस्तुत करने कहा है। इसी प्रकार सभी अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) अपने-अपने क्षेत्रों के उपार्जन केंद्रों के समन्वय अधिकारी के रूप में कार्य करेंगे। वे यह सुनिश्चित करेंगे कि उपार्जन केंद्र स्तरीय और जिला स्तरीय नोडल अधिकारी आपस में समन्वय स्थापित करें और धान खरीदी प्रक्रिया शासन के दिशा-निर्देशों के अनुरूप संचालित हो। साथ ही धान खरीदी के लिए स्थापित किए गए सभी 16 जांच चौकियों में जिनकी ड्यूटी लगाई गई है वे मौके पर मौजूद रहें।