बैंगलुरु। कर्नाटक की राजनीति में एचआईवी संक्रमित ब्लड के जरिए संक्रमण फैलाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। अब इस मामले में विशेष जांच दल (SIT) ने बड़ा एक्शन लिया है और एक पुलिस इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधिकारी वर्तमान में हेब्बागोडी पुलिस स्टेशन में तैनात था। एसआईटी की टीम उससे पूछताछ करके संक्रमित ब्लड की साजिश के एंगल पर जानकारी जुटाएगी।

बीजेपी विधायक मुनिरत्ना नायडू पर एक महिला का उत्पीड़न करने और उसका इस्तेमाल अपने राजनीतिक विरोधियों को हनीट्रैप करने का आरोप है। इस पूरे केस से जुड़े दो मामलों की जांच कर्नाटक पुलिस की एसआईटी टीम कर रही है. SIT का आरोप है कि हेब्बागोडी स्टेशन में तैनात इंस्पेक्टर अय्याना रेड्डी ने राजराजेश्वरी नगर के विधायक नायडू और उनके सहयोगियों की हनीट्रैप में मदद की।

0 बीजेपी विधायक मुनिरत्ना नायडू

बताया जा रहा है कि पुलिस इंस्पेक्टर अय्याना रेड्डी ने बीजेपी विधायक मुनिरत्ना नायडू के साथ मिलकर बड़ी साजिश की है और विधानसभा में नेता विपक्ष आर. अशोक को एचआईवी संक्रमित ब्लड से इंफेक्टेड करने की कोशिश की है। रिपोर्टस के मुताबिक, अय्याना रेड्डी सालभर से हेब्बागोडी में तैनात था। इससे पहले वो पीन्या, राजगोपालनगर और यशवंतपुर के पुलिस स्टेशन में रहा है। ये क्षेत्र मुनिरत्ना के आरआर नगर विधानसभा क्षेत्र में आते हैं।

बीजेपी विधायक का करीबी है पुलिस इंस्पेक्टर

अय्याना रेड्डी को मुनिरत्ना नायडू का करीबी माना जाता है. एसआईटी ने उसे हिरासत में लिया, इसके बाद उसके मेडिकल टेस्ट कराए गए। उसे आज कोर्ट में पेश किया गया। उधर, BJP विधायक मुनिरत्ना नायडू को हाल ही में इस मामले में जमानत मिली है। 40 साल की एक सामाजिक कार्यकर्ता ने आरोप लगाया था कि बीजेपी विधायक ने उसका लगातार रेप किया और उसका इस्तेमाल हनीट्रैप में किया।

पीड़ित महिला का कहना था कि मुनिरत्ना ने उसे अपने जाल में फंसाया और कई बार उसके साथ रेप किया। महिला ने दावा किया था कि मुनिरत्ना नायडू ने एक अन्य व्यक्ति, एक पूर्व पार्षद के पति को हनी-ट्रैप में फंसाने के लिए उसका इस्तेमाल किया।

इस तरह रची संक्रमित करने की साजिश…

दरअसल, बीजेपी विधायक मुनिरत्ना नायडू अक्सर विवादों में रहते हैं। उनके खिलाफ रेप का एक मामला सामने आया था, जिसमें शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि विधायक अपने विरोधियों को हनी ट्रैप में फंसाने के लिए एचआईवी संक्रमित महिला का इस्तेमाल कर रहे हैं और एचआईवी संक्रमित ब्लड से नेता विपक्ष अशोक को संक्रमित करने का प्रयास किया है। इस मामले में मुनिरत्ना को शुरुआत में हिरासत में लिया गया था। बाद में उन्हें जमानत दे दी गई।

इस संबंध में पूर्व पार्षद वेलु नायकर ने बयान दिया था कि उनकी उपस्थिति में पुलिस इंस्पेक्टर इयान रेड्डी और मुनिरत्ना ने एक युवक को झांसे में लिया और उसे आर. अशोक को एचआईवी संक्रमित इंजेक्शन लगाने के लिए मनाने की कोशिश की थी। नायकर पहले मुनिरत्ना के सहयोगी रहे हैं। अब वो मुनीरत्ना से अलग हो गए हैं।

नेता विपक्ष आर अशोक सात बार के विधायक

मुनिरत्ना कर्नाटक के राजराजेश्वरी नगर से बीजेपी विधायक हैं, जबकि आर अशोक सात बार के बीजेपी विधायक हैं और 2012 से 2013 तक डिप्टी सीएम रहे हैं। वे अब तक पांच मुख्यमंत्रियों के साथ कैबिनेट सदस्य के रूप में काम कर चुके हैं और गृह, राजस्व, नगरपालिका प्रशासन, परिवहन और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण जैसे विभिन्न मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। बीजेपी ने नवंबर 2023 में आर अशोक को नेता विपक्ष के लिए चुना था।

मुनिरत्ना पर रेप मामले की FIR में क्या हैं आरोप..?

रामनगर जिले के कग्गलियापुरा पुलिस स्टेशन में बीजेपी विधायक मुनिरत्ना के खिलाफ रेप का मामला दर्ज किया गया है। मामले में आईपीसी की धारा 354ए, 354सी, 376, 506, 504, 120(बी), 149, 384, 406 और 308 के तहत गंभीर आरोप लगाए गए हैं। घटना कथित तौर पर कग्गलियापुरा पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में एक प्राइवेट रिसॉर्ट में हुई। मुनिरत्ना और 6 अन्य के आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, जिनमें मुनिरत्ना नायडू, विजय कुमार, सुधाकर, किरण कुमार, लोहित गौड़ा, मंजूनाथ और लोकी जैसे आरोपियों का नाम शामिल हैं।

नेता प्रतिपक्ष ने बीजेपी विधायक पर लगाए ये आरोप

बीजेपी नेता और कर्नाटक विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आर अशोक को भी एसआईटी ने तलब किया था क्योंकि उनका आरोप था कि मुनिरत्ना नायडू ने उन्हें हनीट्रैप में फंसाने और उन्हें एचआईवी संक्रमित करने की कोशिश की थी। पिछले दिनों आर अशोक का एक वीडियो भी सामने आया था, इसमें वे बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री वी सोमन्ना से बात करते नजर आ रहे थे। इसमें उन्होंने दावा किया था कि इस मामले में एक आरोपी ने बयान दिया है कि उन्हें HIV संक्रमित करने की भी साजिश थी। आर अशोक ने यह भी दावा किया था कि यह जानकारी सामने आने के बाद उनके परिवार ने उन्हें देश छोड़ने की सलाह दी थी।