रायपुर। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में सभी 288 सीटों पर वोटिंग के बीच बिटकॉइन विवाद एक बड़े राजनीतिक भूचाल का कारण बन गया है। चुनावों के दौरान धन जुटाने के लिए क्रिप्टोकरेंसी के इस्तेमाल के आरोपों ने हलचल मचा दी है। इस सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम छत्तीसगढ़ के रायपुर में पहुंची और सारथी एसोसिएट्स के कर्मचारी गौरव मेहता के ठिकानों पर छापेमारी की।

इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब महाराष्ट्र के पूर्व आईपीएस अधिकारी रवींद्रनाथ पाटिल ने एनसीपी नेता सुप्रिया सुले और महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले पर गंभीर आरोप लगाए। उनका दावा है कि 2018 के क्रिप्टोकरेंसी घोटाले में शामिल बिटकॉइन का इस्तेमाल महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में धन जुटाने के लिए किया गया।

पाटिल ने आरोप लगाया कि पुणे के तत्कालीन पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता और साइबर अपराध शाखा की तत्कालीन उपायुक्त भाग्यश्री नौटके ने घोटाले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि जब बिटकॉइन घोटाले के आरोपी अमित भारद्वाज को गिरफ्तार किया गया था, तो उसके पास मौजूद क्रिप्टो वॉलेट से बिटकॉइन को बदल दिया गया।

रवींद्रनाथ पाटिल ने यह भी आरोप लगाया कि गौरव मेहता, जो रायपुर स्थित ऑडिट फर्म सारथी एसोसिएट्स के कर्मचारी हैं, ने उन्हें इस साजिश के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मेहता ने कथित तौर पर कुछ वॉयस नोट्स साझा किए, जिनमें सुप्रिया सुले चुनाव के लिए धन जुटाने के लिए बिटकॉइन भुनाने की बात करती हुई सुनाई दीं।

पाटिल का दावा है कि इन वॉयस नोट्स में सुले ने आश्वासन दिया कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आई, तो जांच को रोकने की कोशिश की जाएगी।

सुप्रिया सुले ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह पूरी तरह से झूठ और राजनीतिक साजिश है। उन्होंने कहा, मैंने इस मामले में मानहानि का मुकदमा दायर किया है। मैं किसी भी मंच पर इन आरोपों का जवाब देने के लिए तैयार हूं। सभी आरोप निराधार हैं।

नाना पटोले ने भी इन आरोपों को खारिज किया। उन्होंने कहा, ऑडियो क्लिप में जो आवाज बताई जा रही है, वह मेरी नहीं है। भाजपा झूठी कहानियां गढ़ रही है। मैं किसान हूं और मुझे बिटकॉइन के बारे में कुछ भी नहीं पता। उन्होंने भाजपा पर चुनाव के ठीक पहले फर्जी विवाद खड़ा करने का आरोप लगाया।

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने रायपुर में गौरव मेहता के ठिकानों पर छापेमारी की, जिससे मामला और गर्मा गया। भाजपा नेता संबित पात्रा ने इस विवाद को और हवा देते हुए सुप्रिया सुले और नाना पटोले पर धन शोधन और चुनावी कदाचार का आरोप लगाया। पात्रा ने कहा कि सुले और पटोले दोनों ही 2018 के बिटकॉइन घोटाले से जुड़े हैं और इस चुनाव में इसका इस्तेमाल किया गया।